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Tuesday, October 14, 2025

24JT News Desk / News Delhi /October 8, 2025

हमारे अधिकांश भारतीय घरों में यह एक सामान्य प्रथा है कि हम घर में नंगे पैर रहते हैं, और जूते-चप्पल बाहर ही छोड़ देते हैं। यह आदत हमारे पारंपरिक जीवन का हिस्सा रही है, और अक्सर इसे स्वच्छता और आराम से जोड़ा जाता है। लेकिन क्या नंगे पैर घर के अंदर चलने से वास्तव में हमारी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है? या यह एक ऐसी आदत है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है? आइए जानते हैं संजय सक्सेना, वरिष्ठ विश्लेषक और विचारक, के इस लेख के माध्यम से

हेल्थ एंड फिटनेस / क्या घर के अंदर नंगे पैर चलना सही है? एक स्वस्थ आदत या खतरनाक फैशन? - संजय सक्सैना

संजय सक्सेना बताते हैं कि अगर हम घर में नंगे पैर चलते हैं, तो क्या यह संक्रमण, चोटें, और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है? चलिए, इसे समझते हैं और देखते हैं क्यों घर के अंदर अलग चप्पल पहनना सबसे अच्छा विकल्प है, और क्यों नंगे पैर चलने से बचना चाहिए।

सर्जन और ऑपरेशन थिएटर का उदाहरण


क्या आपने कभी सोचा है कि सर्जन और स्वास्थ्यकर्मी ऑपरेशन थिएटर में विशेष चप्पलें क्यों पहनते हैं? इसका कारण सिर्फ यह नहीं है कि वे स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण को अत्यधिक महत्व देते हैं, बल्कि यह उनकी सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। ऑपरेशन थिएटर में, जहां संक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है, सर्जन नंगे पैर नहीं चलते। ठीक वैसे ही, जब हम अपने घर के अंदर नंगे पैर चलते हैं, तो हम अपने पैरों को फर्श पर पड़ी गंदगी, बैक्टीरिया, और कीटाणुओं के संपर्क में ला रहे होते हैं, जो बाद में संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

संक्रमण का खतरा और बैक्टीरिया:


फर्श पर बैक्टीरिया और गंदगी हर समय रहती है और इसीलिए हम इसे साफ करने के लिए झाड़ू और पोछा लगाते हैं, लेकिन फिर भी फर्श पर कुछ बैक्टीरिया और धूल रह ही जाती है। अगर हम बिना चप्पल के नंगे पैर उस पर चलते हैं, तो यह बैक्टीरिया सीधे हमारे पैरों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे पेट की समस्याएँ, संक्रमण, और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियाँ हो सकती हैं।

सैल्मोनेला और कोलोन बैक्टीरिया जैसे खतरनाक बैक्टीरिया हमारे पैरों के संपर्क में आकर पेट में सूजन, दस्त, और पेट फूलने जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

बाथरूम और गीली सतहों पर चप्पल पहनने की जरूरत


American Academy of Dermatology के अनुसार घर के अंदर नंगे पैर चलने से एक और समस्या उत्पन्न होती है, और वह है बाथरूम और गीली सतहों का खतरा। हम जानते हैं कि बाथरूम और गीली जगहों पर अक्सर फफूंदी और वायरल संक्रमण फैल सकते हैं। अगर हम नंगे पैर बाथरूम में जाते हैं, तो हमारे पैरों को फफूंदी, बैक्टीरिया, और वायरस के संपर्क में आने का खतरा होता है। फंगल संक्रमण और वायरल इन्फेक्शन जैसे एथलीट फुट (Tinea pedis) इत्यादि के खतरे को आसानी से चप्पल पहनने से बचाया जा सकता है क्योंकि यह हमारे पैरों को गीले और गंदे वातावरण से सुरक्षित रखता है।

इसके अलावा, वॉटर स्लिप (गर्मियों में गीली टाइल्स पर फिसलने) की संभावना भी होती है, और एंटी-स्लिप चप्पलें इस खतरे को कम करती हैं। घर के बाथरूम की ठंडी और गीली सतहें पैरों को गंभीर चोटों का कारण बन सकती हैं, जिससे पैर में मोच आ सकती है या खतरनाक गिरने की स्थिति बन सकती है।

फर्श की धूल और गंदगी:


चाहे आपने फर्श कितनी ही बार साफ किया हो किंतु धूल और कीटाणु उस पर हमेशा ही रहते हैं और जब हम नंगे पैर चलते हैं, तो हमारी त्वचा पर यह गंदगी और बैक्टीरिया आसानी से चिपक जाते हैं, जो बाद में त्वचा की समस्याओं, जैसे रैशेज या कट का कारण बन सकते हैं। अगर हम अलग से चप्पल पहनते हैं, तो हम इन गंदगी से सुरक्षित रहते हैं, क्योंकि यह सीधे हमारे पैरों के संपर्क में नहीं आता।

चप्पल हमें पहले से ही इस गंदगी से बचा लेती है, हम पोछा लगाने के बाद भी फर्श पर चिपकी धूल से स्वयं को बिना चप्पल बचा नहीं सकते। चप्पल हमारी त्वचा को नुकसान से बचाती है और संक्रमण की संभावना को कम करती है।

जब हम घर के अंदर नंगे पैर चलते हैं और फिर बिस्तर पर जाते हैं, तो हमारे पैरों से गंदगी, धूल, और कीटाणु बिस्तर की चादर पर आ जाते हैं। इन कीटाणुओं में कोलोन बैक्टीरिया (जैसे Escherichia coli), सैल्मोनेला, स्टैफिलोकोकस (जैसे Staphylococcus aureus), स्ट्रेपटोकोकस (जैसे Streptococcus pyogenes), और फंगल संक्रमण (जैसे Aspergillus या Candida) शामिल हो सकते हैं। जब हम रात को बिस्तर पर लेटते हैं, तो हमारे चेहरे, कान, नाक, और आंखों का सीधा संपर्क इन बैक्टीरिया और वायरस से हो जाता है। इससे न केवल त्वचा और आंखों में संक्रमण हो सकता है, बल्कि नाक और कान में भी बैक्टीरिया और फंगस के कारण सर्दी या इन्फेक्शन हो सकते हैं। ये कीटाणु हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और पेट की समस्याएँ, त्वचा की बीमारियाँ, और सांस की समस्याएँ पैदा कर सकते हैं। (स्रोत: Journal of Hospital Infection, Environmental Health Perspectives)

फर्श का तापमान और स्वास्थ्य पर प्रभाव:


क्या आप जानते हैं कि फर्श का तापमान हमारे स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है? विशेषकर ठंडे महीनों में, जब घर के अंदर का फर्श ठंडा होता है, तो नंगे पैर चलने से हमारी रक्त संचार प्रणाली पर प्रभाव पड़ सकता है। ठंडी सतह पर चलने से रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं, और इससे रक्त संचार में रुकावट उत्पन्न हो सकती है। इससे पैरों में दर्द, सर्दी, और स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं।

इसके अलावा, गर्मियों में, अगर हम नंगे पैर गर्म टाइल्स पर चलते हैं, तो यह भी हमारी त्वचा को जलन और रैशेज का कारण बना सकता है। चप्पल पहनने से न केवल हम इन समस्याओं से बच सकते हैं, बल्कि यह पैरों को आराम देने के लिए भी एक बढ़िया तरीका है। (स्रोत: National Institutes of Health)

सुरक्षा और गिरने का खतरा:


घर के अंदर फर्श पर फिसलन वाली सतहें, जैसे टाइल्स या संगमरमर, गिरने का एक बड़ा कारण बन सकती हैं। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है। अगर हम नंगे पैर चलते हैं, तो हमारी संतुलन क्षमता में कमी हो सकती है, और हमें फिसलने का खतरा हो सकता है। लेकिन जब हम एंटी-स्लिप चप्पल पहनते हैं, तो यह गिरने के जोखिम को कम करता है क्योंकि चप्पल हमें बेहतर ग्रिप और संतुलन प्रदान करती है।

संजय सक्सेना, वरिष्ठ विश्लेषक और विचारक - घर के अंदर नंगे पैर चलने से कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे संक्रमण, गंदगी, चोटें, और गिरने का खतरा। यह सब चीजें न केवल आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं, बल्कि आपके पैरों को भी सुरक्षा की आवश्यकता है। अलग से चप्पल पहनने से न केवल आप गंदगी, बैक्टीरिया, और फफूंदी से बच सकते हैं, बल्कि यह आपके पैरों को आराम और स्वास्थ्य भी प्रदान करता है। साथ ही, चप्पल पहनने से हम ठंडे फर्श से होने वाली समस्याओं और गिरने के जोखिम से भी बच सकते हैं।
इसलिए, अगली बार जब आप घर के अंदर चलें, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास एक सुरक्षित, आरामदायक और एंटी-स्लिप चप्पल हो, जिससे आप न केवल सुरक्षित रहेंगे, बल्कि आपके घर को भी स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखेंगे।


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