यह नया निवेश समझौता दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है। समझौते का उद्देश्य व्यापार और पारस्परिक निवेश को बढ़ावा देना, निवेशकों को कानूनी सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करना तथा न्यूनतम व्यवहार मानक तय करना है।
इस समझौते के तहत निम्नलिखित प्रावधान शामिल किए गए हैं:
_निवेश की जब्ती से सुरक्षा
_पारदर्शी नीतियों की गारंटी
_मुआवज़े की स्पष्ट व्यवस्था
_विवादों के समाधान हेतु स्वतंत्र मध्यस्थता प्रणाली
_निवेशक संरक्षण और नियामक संतुलन
व्यापार में आएगी नई जान
दोनों देशों के बीच वर्तमान में 800 मिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय निवेश है, और यह समझौता इसे कई गुना बढ़ाने की संभावना रखता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत-इजराइल को और अधिक व्यावसायिक संपर्क विकसित करने चाहिए ताकि समझौते का पूर्ण लाभ उठाया जा सके।
भारत की निवेश-अनुकूल छवि पर ज़ोर
सीतारमण ने पिछले एक दशक में भारत द्वारा किए गए आर्थिक सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अब दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन चुका है, जो वैश्विक निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य है।
आतंकवाद की कड़ी निंदा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इजराइल में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों के प्रति शोक व्यक्त किया। उन्होंने भारत-इजराइल के साझा सभ्यतागत मूल्यों की सराहना की और दोनों देशों के बीच आतंकवाद के विरुद्ध एकजुटता पर बल दिया।
उच्च तकनीक, साइबर सुरक्षा और फिनटेक में सहयोग
इजराइली वित्त मंत्री श्री स्मोट्रिच ने कहा कि दोनों देशों की साझेदारी में साइबर सुरक्षा, रक्षा, नवाचार और उच्च प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने इस समझौते को आर्थिक साझेदारी के क्षेत्र में मजबूत आधारशिला बताया।
दोनों नेताओं ने फिनटेक नवाचार, इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, वित्तीय विनियमन और डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
भविष्य की योजनाएँ
बातचीत के दौरान इजराइली वित्त मंत्री ने श्रीमती सीतारमण को इजराइल यात्रा का औपचारिक निमंत्रण भी दिया।