खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत वर्ष 2020 में हुई थी और 2025 संस्करण इसका पांचवां संस्करण होगा। इस बार प्रतियोगिता में देशभर के 200 से अधिक विश्वविद्यालयों से 4,000 से ज्यादा अंडर-25 एथलीटों के भाग लेने की उम्मीद है। खेलों में कम से कम 20 खेल विषय शामिल किए जाएंगे।
डॉ. मांडविया ने कहा,
"राजस्थान में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की घोषणा करते हुए मुझे अत्यंत गर्व हो रहा है। ये प्रतियोगिता अंडर-25 आयु वर्ग के खिलाड़ियों के लिए एक बेहतरीन मंच है, जो देश के श्रेष्ठ खेल प्रतिभाओं को उभारने में मददगार साबित होती है। यह आयोजन मई 2025 में बिहार में आयोजित अंडर-18 खेलो इंडिया यूथ गेम्स के बाद होगा।"
पिछले संस्करण की झलक:
केआईयूजी 2024 का आयोजन पहली बार उत्तर-पूर्व भारत में हुआ था, जिसमें 11 दिनों तक चले मुकाबलों में कुल 770 पदकों (240 स्वर्ण, 240 रजत, 290 कांस्य) के लिए मुकाबले हुए। इस संस्करण में 4,500 एथलीटों ने भाग लिया और 200 से अधिक विश्वविद्यालयों ने भागीदारी की।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने केआईयूजी 2024 की टीम चैंपियनशिप अपने नाम की, जबकि उत्कल यूनिवर्सिटी की प्रत्यासा रे ने चार स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीतकर सबसे सफल महिला एथलीट का तमगा हासिल किया।
पुरुष वर्ग में, जैन यूनिवर्सिटी के जेवियर माइकल डिसूजा ने चार स्वर्ण जीतकर सबसे सफल पुरुष खिलाड़ी बने।
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) ने कुल 42 पदक (20 स्वर्ण, 14 रजत, 8 कांस्य) जीतकर दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर ने 51 पदक (12 स्वर्ण, 20 रजत, 19 कांस्य) जीतकर तीसरा स्थान हासिल किया।
डॉ. मांडविया ने आशा जताई कि,
“विश्वविद्यालय स्तर के खिलाड़ी अब वैश्विक मंचों पर भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। राजस्थान की धरती पर होने वाले केआईयूजी 2025 में हम युवा एथलीटों की अद्वितीय प्रतिभा और शानदार खेल भावना के साक्षी बनेंगे।”