कार्यक्रम में नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री सुमन बेरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि केंद्रीय राज्य मंत्री (पर्यटन, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस) श्री सुरेश गोपी ने अध्यक्षता की। पर्यटन मंत्रालय के अपर सचिव श्री सुमन बिल्ला ने उद्घाटन भाषण के ज़रिए अतिथियों का स्वागत किया।
भारत के पर्यटन दृष्टिकोण में स्थायित्व, समावेशन और तकनीकी नवाचार
कार्यक्रम में वक्ताओं ने पर्यटन को केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि आर्थिक परिवर्तन, पर्यावरणीय संरक्षण और सामाजिक समावेशन का एक शक्तिशाली उपकरण बताया। श्री सुमन बेरी ने कहा, "भारत में सतत पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन इसके लिए परिवहन, शहरी विकास, डिजिटल तकनीक और अवसंरचना के बीच सशक्त समन्वय आवश्यक है।"
उन्होंने ज़ोर दिया कि "सड़क, रेल, वायु और जलमार्गों पर निर्बाध कनेक्टिविटी पर्यटन को ज़मीनी स्तर तक पहुंचा सकती है, जिससे छोटे गंतव्यों को बढ़ावा और प्रमुख स्थलों पर दबाव कम किया जा सकता है।"
विकसित भारत 2047 की दिशा में पर्यटन की भूमिका
पर्यटन राज्य मंत्री श्री सुरेश गोपी ने भारत की विभिन्न योजनाओं — जैसे स्वदेश दर्शन 2.0, प्रसाद योजना, और पर्यावरण-अनुकूल आवास — का उल्लेख करते हुए कहा कि, "भारत स्थिरता और समावेशन को अपने पर्यटन दृष्टिकोण के मूल में रख रहा है।"
उन्होंने कहा, "पर्यटन अकेले आगे नहीं बढ़ सकता। इसके लिए परिवहन, बुनियादी ढांचे और संबद्ध सेवाओं के साथ गहन तालमेल ज़रूरी है। उड़ान, मल्टी-मॉडल हब और डिजिटल प्लेटफॉर्म भारत के पर्यटन अनुभव को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना रहे हैं।"
सार्वजनिक-निजी साझेदारी: नेटफ्लिक्स और OTA के साथ MoU
कार्यक्रम के दौरान नेटफ्लिक्स, अतिथि फाउंडेशन और प्रमुख ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों (OTA) के साथ समझौता ज्ञापन (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए। नेटफ्लिक्स भारतीय पर्यटन स्थलों को सिनेमाई कहानियों और वैश्विक ट्रेलरों के ज़रिए बढ़ावा देगा।
वहीं, OTA और अतिथि फाउंडेशन के साथ साझेदारी का उद्देश्य राज्यों को डेटा-आधारित नीति निर्माण, नवाचार, यात्रा के बाद फीडबैक संग्रह और क्षमता निर्माण में सहयोग देना है।
नई पहलें: PMI सिस्टम, पर्यटन डेटा और होमस्टे ऋण मार्गदर्शिका
_परियोजना प्रबंधन सूचना प्रणाली (PMIS) का शुभारंभ किया गया, जिससे पर्यटन अवसंरचना परियोजनाओं की रीयल-टाइम निगरानी और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
_पर्यटन मंत्रालय ने भारत पर्यटन डेटा संग्रह का 66वां संस्करण जारी किया, जिसमें रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय और घरेलू आगमन, रोज़गार सृजन और आर्थिक योगदान पर प्रकाश डाला गया।
_"होमस्टे के लिए मुद्रा ऋण हेतु मार्गदर्शिका" नामक पुस्तिका भी जारी की गई, जिसमें जन समर्थ पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया को सरल रूप में प्रस्तुत किया गया।
बहु-मॉडल कनेक्टिविटी पर उच्च स्तरीय पैनल चर्चा
कार्यक्रम में सड़क परिवहन, विमानन, रेलवे और शिपिंग मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया और सतत विकास के लिए निर्बाध, बहु-मॉडल संपर्क पर ज़ोर दिया।
थीमैटिक सत्रों में:
महाकुंभ 2025
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
जैसे केस स्टडीज़ पर चर्चा की गई।
साथ ही, गंतव्य प्रबंधन संगठनों (DMO), AI, AR/VR, और डिजिटल ट्विन्स के ज़रिए पर्यटन अनुभव को बेहतर बनाने के उपायों पर विचार-विमर्श हुआ।
पर्यटन के ज़रिए भारत का सतत और समावेशी भविष्य
विश्व पर्यटन दिवस 2025 का यह आयोजन भारत की उस सोच को दर्शाता है जिसमें पर्यटन को केवल एक आर्थिक गतिविधि नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन के रूप में देखा जा रहा है — जो हरित, समावेशी, और नवोन्मेषी हो।
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह वैश्विक मंच पर सतत पर्यटन के नेतृत्व में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।