24JT News Desk / News Delhi /September 23, 2025
डॉ. नवलपाल प्रभाकर दिनकर की कविता 'पृथ्वी' प्रकृति के प्रति गहरे प्रेम और कृतज्ञता को व्यक्त करती है। यह कविता पृथ्वी को एक माँ के रूप में चित्रित करती है, जो अपनी संतानों को सूरज की तपती किरणों से बचाती है और उन्हें प्रेम, शीतलता और सौंदर्य प्रदान करती है। सरल और भावपूर्ण शब्दों में लिखी गई यह कविता पाठकों को प्रकृति के महत्व को समझाने के साथ-साथ इसके संरक्षण का संदेश भी देती है।
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