'शांति का मार्ग शक्ति से होकर जाता है':
प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान बुद्ध के सिद्धांतों का उल्लेख करते हुए कहा, "शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है।" उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत शांति चाहता है, लेकिन आतंकवाद के सामने चुप्पी या समर्पण नहीं करेगा।
'आतंक और बातचीत साथ नहीं चल सकते':
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, "आतंक और बातचीत साथ नहीं चल सकते, पानी और खून साथ नहीं बह सकते।" उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत केवल आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर केंद्रित होगी।
'ऑपरेशन सिंदूर'—भारत की नई आतंकवाद विरोधी नीति:
प्रधानमंत्री मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को भारत की नई आतंकवाद विरोधी नीति के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता का प्रतीक है और यह एक नया सामान्य बन गया है।
'हमने उनके गर्व के एयरबेस को निशाना बनाया'
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों, विशेष रूप से उनके एयरबेस, को निशाना बनाकर उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा, "हमने उनके गर्व के एयरबेस को निशाना बनाया," यह दर्शाता है कि भारत अब केवल सीमाओं पर नहीं, बल्कि आतंक के स्रोतों पर भी प्रहार करेगा।
'ऑपरेशन सिंदूर'—न्याय का संकल्प:
प्रधानमंत्री मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को न्याय का संकल्प बताते हुए कहा कि यह ऑपरेशन केवल प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह उन बहनों और बेटियों के सिंदूर के लिए है, जिन्हें आतंकवाद ने छीन लिया।
'न्यूक्लियर ब्लैकमेल' बर्दाश्त नहीं
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत 'न्यूक्लियर ब्लैकमेल' को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी प्रकार की धमकी या ब्लैकमेलिंग के सामने झुकने वाला नहीं है।
'7 मई को दुनिया ने हमारे संकल्प को कार्रवाई में बदलते देखा':
प्रधानमंत्री ने कहा कि 7 मई को दुनिया ने देखा कि भारत ने अपने संकल्प को कार्रवाई में कैसे बदला। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन भारत की संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए एक निर्णायक कदम था।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संबोधन आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई रणनीति और दृढ़ता को दर्शाता है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।