मुंबई से गोवा का सफर:
यशस्वी जायसवाल ने 2019 में मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया था। मुंबई के लिए खेलते हुए उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक जड़ा और रणजी ट्रॉफी में भी शानदार प्रदर्शन किया। उनके इसी प्रदर्शन ने उन्हें अंडर-19 टीम, आईपीएल, और फिर भारतीय राष्ट्रीय टीम तक पहुंचाया। लेकिन अब वह मुंबई को छोड़कर गोवा की ओर रुख कर रहे हैं। जायसवाल से पहले अर्जुन तेंदुलकर और सिद्धेश लाड भी मुंबई से गोवा जा चुके हैं। अर्जुन और सिद्धेश ने अधिक खेलने के मौके के लिए यह कदम उठाया था, लेकिन जायसवाल का मामला अलग है, क्योंकि वह मुंबई में ओपनर के तौर पर पहली पसंद थे।
जायसवाल ने मंगलवार को MCA को ईमेल भेजकर NOC मांगा, जिसे MCA ने स्वीकार कर लिया। गोवा क्रिकेट एसोसिएशन (GCA) के सचिव शंबा देसाई ने पुष्टि की, "यशस्वी हमारे लिए खेलना चाहते हैं और हम उनका स्वागत करते हैं। वह अगले सीजन से गोवा के लिए खेलेंगे।" साथ ही, यह भी संकेत दिया गया कि जायसवाल को गोवा की कप्तानी का प्रस्ताव मिला है।
“मुंबई ने मुझे बनाया, गोवा ने मौका दिया” - जायसवाल
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में यशस्वी जायसवाल ने अपने फैसले पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा,
“यह मेरे लिए बहुत कठिन निर्णय था। आज मैं जो कुछ भी हूं, वह मुंबई की वजह से हूं। इस शहर ने मुझे वह बनाया है जो मैं हूं, और मैं जीवन भर MCA का आभारी रहूंगा। गोवा ने मुझे एक नया मौका दिया है और उन्होंने मुझे लीडरशिप रोल ऑफर किया है। मेरा पहला लक्ष्य भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करना है। जब भी मैं नेशनल ड्यूटी पर नहीं रहूंगा, मैं गोवा के लिए खेलूंगा और उन्हें टूर्नामेंट में आगे ले जाने की कोशिश करूंगा। यह एक महत्वपूर्ण मौका था जो मेरे पास आया और मैंने इसे स्वीकार कर लिया।”
जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका यह फैसला करियर को नई दिशा देने और नेतृत्व की जिम्मेदारी संभालने की इच्छा से प्रेरित है। मुंबई में अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी के कारण कप्तानी की संभावना कम थी, जबकि गोवा ने उन्हें यह अवसर प्रदान किया।
MCA और GCA की प्रतिक्रिया
MCA के एक अधिकारी ने PTI से कहा, "हां, यह आश्चर्यजनक है। जायसवाल ने इस बदलाव के पीछे कुछ सोचा होगा। उन्होंने हमें रिलीज करने की गुजारिश की और हमने इसे मान लिया।" वहीं, गोवा क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव शंबा देसाई ने कहा, "वह हमारे लिए खेलना चाहते हैं और हम उनका स्वागत करते हैं। उनकी उपलब्धता के आधार पर वह कप्तान भी हो सकते हैं।"
जायसवाल का करियर और हालिया प्रदर्शन :
यशस्वी जायसवाल ने मुंबई के लिए 36 प्रथम श्रेणी मैचों में 60 से अधिक की औसत से 3712 रन बनाए हैं, जिसमें 13 शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, उन्होंने 19 टेस्ट मैचों में 52 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं। हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उन्होंने 5 टेस्ट में 43.44 की औसत से 391 रन बनाए। हालांकि, आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स के लिए उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। तीन मैचों में उन्होंने सिर्फ 34 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 11.33 और स्ट्राइक रेट 106.25 रहा।
क्रिकेट फैंस में हलचल
जायसवाल के इस फैसले ने क्रिकेट प्रशंसकों को हैरान कर दिया है। सोशल मीडिया पर कुछ फैंस इसे करियर के लिए सही कदम बता रहे हैं, तो कुछ इसे मुंबई क्रिकेट के लिए नुकसान मान रहे हैं। गोवा में कप्तानी का मौका मिलने से जायसवाल को अपनी प्रतिभा को और निखारने का अवसर मिलेगा, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि यह बदलाव उनके करियर को किस दिशा में ले जाता है।
आगे की राह
बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, खिलाड़ियों को राष्ट्रीय ड्यूटी से मुक्त होने पर घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य है। ऐसे में जायसवाल अब गोवा के लिए रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट्स में खेलते नजर आएंगे। क्या वह गोवा को नई ऊंचाइयों तक ले जा पाएंगे? यह आने वाला समय बताएगा।