यह मॉक ड्रिल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद बढ़े भारत-पाकिस्तान तनाव के मद्देनजर आयोजित की जा रही है। हमले में 26 लोगों की मृत्यु हुई थी, जिससे देश में सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ी हैं।
PM मोदी-NSA डोभाल के बीच रणनीतिक बैठक
6 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बीच करीब 40 मिनट तक बंद कमरे में अहम बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में भारत की सुरक्षा रणनीति, सीमाओं की स्थिति, आतंकवाद से निपटने और नागरिक तैयारियों पर चर्चा हुई।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक 7 मई को सुबह 11 बजे निर्धारित है, जिसमें देश की सुरक्षा और ड्रिल की फीडबैक रिपोर्ट पर चर्चा संभव है।
गृह मंत्रालय का आदेश और नागरिक सुरक्षा बलों की भूमिका
PIB, ANI, और गृह मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, देशभर में 244 सिविल डिफेंस यूनिट्स की क्षमता और उपकरणों की समीक्षा की गई है। मॉक ड्रिल में विशेष रूप से यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है:
हवाई हमले के सायरन की पहचान और अलर्ट सिस्टम
हमले के समय ब्लैकआउट की प्रक्रिया
नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना
संयंत्रों को छिपाने या ढंकने की रणनीति
छात्रों और आम जनता को सुरक्षा उपायों की जानकारी देना
प्रमुख राज्यों में मॉक ड्रिल की स्थिति
महाराष्ट्र (16 स्थान)
मुंबई, पुणे, ठाणे सहित तटीय क्षेत्रों में युद्ध सायरन बजाकर मॉक ड्रिल हो रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। सिविल डिफेंस निदेशक प्रभात कुमार ने बताया कि लगभग 10,000 वॉलंटियर्स इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
गुजरात (13 जिले, 19 स्थान)
अहमदाबाद, सूरत, गांधीनगर, कच्छ, ओखा सहित अन्य क्षेत्रों में ड्रिल की जा रही है। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने अधिकारियों से कहा है कि ड्रिल का उद्देश्य किसी भी आकस्मिक हमले की स्थिति में "तत्काल और समन्वित प्रतिक्रिया" तैयार करना है।
पंजाब (20 स्थान)
लुधियाना, अमृतसर, पठानकोट, मोहाली सहित प्रमुख शहरों में मॉक ड्रिल की जा रही है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है।
ओडिशा (12 जिले)
अंगुल, खुर्दा, पुरी, कोरापुट, संबलपुर आदि में मॉक ड्रिल की जा रही है। अग्निशमन महानिदेशक सुधांशु सारंगी के मुताबिक, सभी जिलों को शाम 4 बजे एकसाथ अभ्यास करने का निर्देश मिला है।
मध्यप्रदेश (5 जिले)
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में मॉक ड्रिल की जा रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुद इसकी मॉनिटरिंग की और प्रशासन को सख्त निर्देश जारी किए।
- ब्लैकआउट और सुरक्षा की तैयारी: गृह मंत्रालय की चेतावनी
गृह मंत्रालय ने आम जनता से कहा है कि वे ब्लैकआउट या आपात स्थिति के लिए कुछ जरूरी चीजें पास में रखें:
टॉर्च, मोमबत्तियां
प्राथमिक चिकित्सा किट
पीने का पानी
नकद राशि
मास्क और दस्तावेज
पाकिस्तान ने रक्षा बजट 18% बढ़ाया
पाकिस्तान की सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में रक्षा खर्च को 18% बढ़ाकर 2,500 अरब रुपये तक करने की योजना बनाई है। यह निर्णय भारत-पाक तनाव के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
-राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आंतरिक आलोचनाएं
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, "देशभर में युद्ध जैसी स्थिति की तैयारियां चल रही हैं लेकिन राजस्थान सरकार की कोई सक्रिय भूमिका नहीं दिख रही है।"
वहीं, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिखकर सुरक्षा एजेंसियों की "मनमानी कार्रवाइयों" पर सवाल उठाए और निर्दोष लोगों की रिहाई की मांग की।
देश की सुरक्षा में एकजुटता की आवश्यकता
आज का यह मॉक ड्रिल न केवल एक तकनीकी अभ्यास है, बल्कि यह देश की नागरिक और प्रशासनिक तैयारियों का एक संवेदनशील परीक्षा-क्षण है। जब सीमाएं तनावग्रस्त हों, पड़ोसी देश युद्ध की मुद्रा में दिखे, ऐसे समय में सरकार, सुरक्षा एजेंसियों, नागरिकों और मीडिया सभी को संयम और सजगता के साथ काम करने की जरूरत है।