झुग्गी तोड़ने का सिलसिला
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले "जहां झुग्गी, वहां मकान" का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद पिछले पांच महीनों में दिल्ली के विभिन्न हिस्सों जैसे मद्रासी कैंप, वजीरपुर, जखीरा, जेलरवाला बाग, कालकाजी, गोकुलपुरी, मुंडका, भवाना और मेरौनी में हजारों झुग्गियों पर बुलडोजर चलाकर लाखों गरीबों को बेघर कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह सरकार गरीबों के सपनों को कुचल रही है और उनकी जमीन को अमीरों को सौंपने की साजिश रच रही है।
आप नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैंने चुनाव से पहले चेतावनी दी थी कि बीजेपी आपकी झुग्गियों का सर्वे करने आ रही है। उन्होंने वादा किया था कि जहां झुग्गी, वहां मकान देंगे, लेकिन उनका असली मकसद था—जहां झुग्गी, वहां मैदान। आज दिल्ली की जनता को ठगा गया है।"
आंदोलन का शंखनाद: गरीबों की एकता
जंतर मंतर पर मौजूद हजारों लोगों ने नारे लगाए—"घर-रोजगार बचाना है, तानाशाही हटाना है" और "मेरा रंग दे बसंती चोला", जिसने पूरे माहौल को जोश से भर दिया। प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी सरकार पर गरीबों को बेघर करने और उनके रोजगार को नष्ट करने का आरोप लगाया। सौरभ भारद्वाज ने कहा, "ये सरकार अमीरों की सरकार है। गरीबों की झुग्गी पर बुलडोजर चलता है, लेकिन अडानी जैसे बड़े लोगों पर क्यों नहीं? दिल्ली का गरीब अगर एक दिन काम बंद कर दे, तो पूरी दिल्ली ठप हो जाएगी।"
आतिशी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "जब तक आपकी सरकार थी, हमने झुग्गियां नहीं टूटने दीं। लेकिन बीजेपी ने सत्ता में आते ही गरीबों को उजाड़ना शुरू कर दिया। हम कंधे से कंधा मिलाकर यह लड़ाई लड़ेंगे, चाहे लाठी खानी पड़े, जेल जाना पड़े।"
बीजेपी पर गंभीर आरोप
आप नेताओं ने बीजेपी पर झूठे वादों और धोखे का आरोप लगाया। संजय सिंह ने कहा, "बीजेपी नेताओं ने आपके घरों में रात बिताई, खाना खाया, और वादा किया कि मकान देंगे। लेकिन आज वही लोग आपको रोहिंग्या और बांग्लादेशी कह रहे हैं। यह अपमान बिहार और यूपी के लोगों का अपमान है।" गोपाल राय ने चेतावनी दी कि अगर झुग्गी तोड़ने का सिलसिला नहीं रुका, तो यह आंदोलन प्रधानमंत्री आवास तक पहुंचेगा।
अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी को "भारतीय झूठा पार्टी" करार देते हुए कहा, "मोदी की गारंटी नकली है, फर्जी है। इनका मकसद दिल्ली की 40 लाख झुग्गीवासियों को उजाड़ना है। लेकिन अगर ये 40 लाख लोग एकजुट हो जाएं, तो कोई भी सरकार इनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती।"
गरीबों की ताकत और एकता का आह्वान
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने एक स्वर में बीजेपी और कांग्रेस को वोट न देने की शपथ ली। केजरीवाल ने कहा, "कांग्रेस और बीजेपी दोनों अमीरों की पार्टियां हैं। केवल आम आदमी पार्टी गरीबों के लिए काम करती है। हमने 10 साल में दिल्ली के स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी और सड़कों को बदला। आज बीजेपी ने बिजली कट, पानी की कमी और गंदगी से दिल्ली को बर्बाद कर दिया।"
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक बंद किए, स्कूलों की फीस बढ़ाने की अनुमति दी और पानी-बिजली की व्यवस्था को चौपट कर दिया। सौरभ भारद्वाज ने कहा, "ये लोग लूटने आए हैं। इनके विधायकों और मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन काम के नाम पर सिर्फ एफआईआर और गालियां।"
आम आदमी पार्टी ने इस आंदोलन को सड़क से संसद तक ले जाने का ऐलान किया। नेताओं ने कहा कि अगर बीजेपी ने झुग्गी तोड़ना बंद नहीं किया, तो वे बीजेपी विधायकों और मंत्रियों के घरों का घेराव करेंगे। गोपाल राय ने कहा, "यह देश हमारा है। हमने आजादी की लड़ाई लड़ी, और अब अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे।"
राष्ट्रगान के साथ समापन
आंदोलन का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें हजारों लोगों ने एकजुट होकर "जन गण मन" गाया। इसके बाद "भारत माता की जय" और "इंकलाब जिंदाबाद" के नारों ने जंतर मंतर को गूंजा दिया। प्रदर्शनकारियों ने संकल्प लिया कि वे अपनी झुग्गियों और रोजगार को बचाने के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे।
जंतर मंतर पर यह आंदोलन दिल्ली के गरीबों की एकता और ताकत का प्रतीक बना। आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि वह इस लड़ाई में गरीबों के साथ मजबूती से खड़ी है। बीजेपी सरकार के लिए यह एक कड़ी चेतावनी है कि अगर उसने अपनी नीतियां नहीं बदलीं, तो दिल्ली की जनता सड़कों पर उतरकर उसका हिसाब करेगी।