भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के एक F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया, जो अमेरिका से खरीदा गया था। इसके अलावा, ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और लाहौर के एक एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया। हालांकि, पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने भारत के पांच लड़ाकू विमानों, जिनमें तीन राफेल शामिल हैं, को मार गिराया। भारत ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है, और विशेषज्ञ इन दावों को सत्यापन की आवश्यकता बताते हैं।
पाकिस्तान ने जम्मू, श्रीनगर, अवंतीपुरा, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलौदी, उत्तरलाई, और भुज जैसे क्षेत्रों को निशाना बनाने की कोशिश की। इनमें से कई क्षेत्र सैन्य ठिकाने हैं, जबकि कुछ नागरिक बस्तियों के करीब हैं। भारतीय सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन हमलों को विफल कर दिया। पठानकोट एयरबेस, जो राफेल विमानों का प्रमुख केंद्र है, पूरी तरह सुरक्षित है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया कि भारत ने उनके चार स्थानों (पंजाब में) और दो स्थानों (पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में) पर मिसाइल हमले किए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने 25 इजरायल निर्मित कामिकाजी ड्रोन और पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को नष्ट किया। हालांकि, भारतीय रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था, न कि सैन्य या नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाना।
पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि भारत के हमलों में 31 नागरिक मारे गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। दूसरी ओर, भारत ने बताया कि पाकिस्तानी गोलीबारी में पुंछ में 16 लोग मारे गए, जिनमें पांच बच्चे और तीन महिलाएं शामिल हैं। दोनों पक्षों के दावों की स्वतंत्र पुष्टि अभी बाकी है, और विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों देश सूचना युद्ध में भी शामिल हैं।
ऑपरेशन सिंदूर को भारत ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। भारत ने इसे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जोड़ा, जिन्हें पाकिस्तान का समर्थन प्राप्त है। ऑपरेशन के तहत भारत ने 7 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए। इनमें सियालकोट का महमूना जोया आतंकी शिविर भी शामिल था, जो हिजबुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण केंद्र था।
भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि यह ऑपरेशन "लक्षित, संयमित और गैर-उकसावे" वाला था। भारत ने यह भी दावा किया कि उसने रऊफ अजहर, मसूद अजहर के भाई और 2001 संसद हमले के मास्टरमाइंड, को मार गिराया।
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम इस संघर्ष में भारत का सबसे बड़ा हथियार साबित हुआ। यह 400 किमी की रेंज में ड्रोन, मिसाइल, और लड़ाकू विमानों को ट्रैक और नष्ट कर सकता है। इसका 91N6E रडार 600 किमी की दूरी से 300 खतरों को एक साथ ट्रैक करता है। भारत ने 2018 में रूस से 5.43 बिलियन डॉलर (लगभग 46,000 करोड़ रुपये) में पांच S-400 सिस्टम खरीदे थे। रिटायर्ड एयर मार्शल संजीव कपूर ने कहा कि S-400 ने 15 शहरों को बचाने में अहम भूमिका निभाई।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ, रजौरी, कुपवाड़ा, बारामूला, और उड़ी जैसे इलाकों में भारी गोलीबारी और ब्लैकआउट की स्थिति है। पुंछ में एक गुरुद्वारा को नुकसान पहुंचा, जिसमें सिख समुदाय के पांच लोग मारे गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि 1971 के युद्ध के बाद पहली बार इतनी भारी गोलीबारी देखी गई।
पंजाब के तरनतारण, फिरोजपुर, फाजिल्का, अमृतसर, और गुरदासपुर में स्कूल 8 से 11 मई तक बंद हैं। राजस्थान के जोधपुर, बाड़मेर, बीकानेर, और जैसलमेर में भी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए। जम्मू, श्रीनगर, और लेह हवाई अड्डों पर नागरिक उड़ानें रोक दी गई हैं।
पाकिस्तानी गोलीबारी में हरियाणा के पलवल निवासी लांस नायक दिनेश कुमार वीरगति को प्राप्त हुए। 32 वर्षीय दिनेश जवाबी कार्रवाई के दौरान घायल हो गए और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। उनके पार्थिव शरीर को उनके गांव मोहम्मदपुर में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। उनके पिता रामकुमार ने कहा कि वे अपने पोते को सेना में भेजकर दिनेश के सपनों को पूरा करेंगे।
भारत ने कूटनीतिक स्तर पर भी पाकिस्तान को घेरने की रणनीति अपनाई। 8 मई को दिल्ली में सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस, सपा, टीएमसी, और डीएमके सहित सभी दलों ने सरकार को समर्थन दिया। विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 13 सदस्यों को ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी, लेकिन पाकिस्तान को इससे बाहर रखा गया।
सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदल अल जुबैर और ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागजी से मुलाकात में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। भारत ने ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, मॉरीशस, नीदरलैंड, यूके, और श्रीलंका के नेताओं से भी बात की।
पाकिस्तान ने भारत के हमलों को "युद्ध की कार्रवाई" करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। लाहौर, रावलपिंडी, कराची, गुजरावाला, चकवाल, और सियालकोट में ड्रोन गतिविधियां और धमाके देखे गए। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि उसने भारतीय ड्रोन को नष्ट किया, लेकिन लाहौर में एक सैन्य ठिकाने पर हमले में चार सैनिक घायल हुए।
पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि उसने J-10C लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया, जो चीन से खरीदे गए हैं। हालांकि, इन दावों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है।
हैप्पीमन जैकअप (विदेश नीति विशेषज्ञ): भारत की नई नीति आतंकवाद के खिलाफ सख्त सैन्य कार्रवाई की है। वैश्विक समुदाय को पाकिस्तान पर दबाव डालना चाहिए।
ब्रह्म चेलानी (प्रोफेसर, सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च): चीन-पाकिस्तान गठजोड़ भारत के लिए खतरा है। भारत को सतर्क रहना होगा।
जावेद अशरफ (पूर्व राजदूत): भारत को 3P प्लान (Predict, Prevent, Pursue) अपनाना चाहिए, जिसमें आतंकी हमलों को भांपना, रोकना, और आतंकियों का पीछा करना शामिल है।
हमारी सेनाएं हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं। आप सजग रहें, सोशल मीडिया पर गलत खबरों से बचें, और केवल विश्वसनीय स्रोतों पर भरोसा करें। PIB फैक्ट चेक ने स्पष्ट किया कि अमृतसर में सैन्य ठिकाने पर हमले का दावा करने वाले पुराने वीडियो गलत हैं। अपने देश के सशस्त्र बलों और सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों के लिए प्रार्थना करें।