सालबेग की भक्ति: क्यों रुकता है भगवान जगन्नाथ का रथ एक मुस्लिम भक्त की मज़ार पर?
ओडिशा के पुरी में हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकलने वाली विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह धार्मिक एकता और भक्ति का अनूठा प्रतीक भी है। इस भव्य यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र, और बहन सुभद्रा के रथ एक विशेष स्थान पर कुछ देर के लिए रुकते हैं—यह स्थान है उनके मुस्लिम भक्त सालबेग की मज़ार। यह परंपरा, जो सदियों से चली आ रही है, भगवान जगन्नाथ की उस करुणा को दर्शाती है जो धर्म, जाति, या समुदाय के बंधनों से परे है। आइए जानते हैं इस अद्भुत परंपरा के पीछे की कहानी और इसका महत्व।