समिति की सिफारिशें क्या कहती हैं?
समिति द्वारा प्रस्तुत की गई सिफारिशें विश्वस्तरीय सर्वोत्तम प्रथाओं से मेल खाती हैं और इन्हें इस तरह से तैयार किया गया है कि यह उद्योग में नवाचार को बढ़ावा दे और व्यापार करने में कोई अतिरिक्त बाधा उत्पन्न न हो।
उत्पादक खुद ही करेंगे सूचकांक की घोषणा
मूल उपकरण निर्माता (OEMs) को बिना किसी अतिरिक्त अनुपालन बोझ के, तय स्कोरिंग मानकों के आधार पर RI की स्वयं घोषणा करनी होगी।
क्यूआर कोड से मिलेगी जानकारी
समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि यह सूचकांक उत्पाद पैकेजिंग, ई-कॉमर्स वेबसाइटों और दुकानों पर क्यूआर कोड के रूप में उपलब्ध कराया जाए, जिससे उपभोक्ता मरम्मत योग्यता के बारे में तुरंत जानकारी प्राप्त कर सकें।
‘सचेत उपयोग’ बनाम ‘बेकार उपभोग’
यह सूचकांक उपभोक्ताओं को मरम्मत योग्य उत्पादों की ओर प्रेरित करेगा ताकि "बेकार उपभोग" के बजाय "सचेत उपयोग" को प्रोत्साहन मिले। यह भारत को आत्मनिर्भर और स्थायी उपभोक्ता अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने की दिशा में DOCA की प्रतिबद्धता का संकेत है।
उपभोक्ता शिकायतों में वृद्धि
राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (NCH) के आंकड़ों से पता चलता है कि मोबाइल और टैबलेट की मरम्मत से जुड़ी शिकायतें 2022-23 में 19,057 से बढ़कर 2024-25 में 22,864 हो चुकी हैं, जो पारदर्शिता और सुधार व्यवस्था में सुधार की तत्काल आवश्यकता दर्शाती है।
समिति का गठन और कार्यप्रणाली
सितंबर 2024 में DOCA ने अपर सचिव श्री भरत खेड़ा की अध्यक्षता में इस समिति का गठन किया था। इसमें Apple, Samsung, Google, HP जैसी अग्रणी कंपनियों, ICEA और MAIT जैसे संघों, उपभोक्ता संगठनों, वैज्ञानिक निकायों (NTH, BIS), तथा MEITY और MSME मंत्रालय के अधिकारियों को शामिल किया गया।
स्मार्टफोन और टैबलेट पर होगा लागू
समिति ने सुझाव दिया कि इस सूचकांक को प्रारंभ में स्मार्टफोन और टैबलेट पर लागू किया जाए क्योंकि ये उत्पाद भारत के डिजिटल परिदृश्य का अभिन्न हिस्सा हैं।
प्राथमिक मरम्मत योग्य भाग:
बैटरी
डिस्प्ले असेंबली
बैक कवर
कैमरा (फ्रंट और रियर)
चार्जिंग पोर्ट
बटन, माइक्रोफोन, स्पीकर
ऑडियो कनेक्टर
हिंग मैकेनिज़्म (फोल्डिंग डिस्प्ले के लिए)
RI के 6 मूल्यांकन मानदंड:
डिसअसेंबली गहराई
मरम्मत संबंधी जानकारी की उपलब्धता
पुर्जों की समयबद्ध उपलब्धता
सॉफ़्टवेयर अपडेट
आवश्यक उपकरण
फास्टनर्स की प्रकृति और उपलब्धता
हर मानदंड का वेटेज तय कर, एक संयुक्त स्कोरिंग प्रक्रिया के तहत 5-पॉइंट स्केल पर RI स्कोर तय किया जाएगा।
अगले कदम: RI के कार्यान्वयन और जागरूकता
उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने और मरम्मत को सुगम बनाने के लिए DOCA ने 2022 में 'राइट टू रिपेयर इंडिया पोर्टल' लॉन्च किया था, जिस पर अब तक 65 से अधिक कंपनियां पंजीकृत हो चुकी हैं।
अगस्त 2024 की राष्ट्रीय कार्यशाला में यह सहमति बनी कि यह रूपरेखा उपभोक्ताओं को सूचित विकल्प चुनने और मरम्मत सुलभता के आधार पर उत्पादों की तुलना में सक्षम बनाएगी।
"सुधार साध्यता सूचकांक" उपभोक्ता अधिकारों को नई परिभाषा दे रहा है। यह पहल उपभोक्ताओं को बेहतर जानकारी, टिकाऊ विकल्प और मरम्मत योग्यता के आधार पर सही निर्णय लेने में मदद करेगी — जो डिजिटल भारत के दृष्टिकोण से भी मेल खाती है।