इस दौरान गवर्नर एडमसन ने Axiom-4 मिशन की विशेष स्क्रीनिंग में हिस्सा लिया, जो भारत के लिए एक ऐतिहासिक पल रहा। इस मिशन में भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की वैश्विक टीम में शामिल होकर एक और कीर्तिमान रचा।
"यह भारत के लिए एक गौरवपूर्ण और निर्णायक क्षण है," डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, "और हमें इस ऐतिहासिक पल में गवर्नर एडमसन की उपस्थिति का सम्मान मिला। यह भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ती प्रौद्योगिकीय साझेदारी का प्रतीक है।"
डॉ. सिंह ने बताया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अंतरिक्ष सहयोग की शुरुआत वर्ष 2012 में हुए अंतर-सरकारी समझौते से हुई थी, जिसे 2018 में ऑस्ट्रेलियन स्पेस एजेंसी (ASA) के गठन और 2021 के संशोधनों के बाद और गति मिली।
उन्होंने गगनयान मिशन में ऑस्ट्रेलिया के सहयोग की सराहना की और हाल ही में अप्रैल 2025 में क्रू मॉड्यूल रिकवरी को लेकर भारतीय तकनीकी टीमों की ऑस्ट्रेलिया यात्रा का उल्लेख किया।
स्पेस-बायोटेक्नोलॉजी में भी भारत अग्रणी
डॉ. सिंह ने बताया कि इसरो और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) के सहयोग से तैयार की गई स्वदेशी बायोटेक किट को अब अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर परीक्षण के लिए भेजा गया है। इन किट्स को सूक्ष्म शैवाल की कम गुरुत्वाकर्षण में वृद्धि परखने के लिए डिजाइन किया गया है — जो लंबे अंतरिक्ष अभियानों में जीवन संरक्षण के लिए अहम साबित होंगे।
PPP मॉडल से उभरता भारत का स्पेस इकोसिस्टम
डॉ. सिंह ने भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) को एक मजबूत स्तंभ बताते हुए कहा कि देश का स्टार्टअप और उद्योग जगत इसमें अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई स्पेस एजेंसी के “इंटरनेशनल स्पेस इन्वेस्टमेंट - इंडिया स्ट्रीम” प्रोग्राम को एक उत्कृष्ट सहयोग मॉडल बताया।
समुद्री सहयोग भी एजेंडे में
बैठक में दोनों पक्षों ने समुद्री संसाधनों और विज्ञान के क्षेत्र में भारत-ऑस्ट्रेलिया सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की। सतत विकास, पर्यावरण संरक्षण और समुद्री नवाचार के क्षेत्र में संयुक्त प्रयासों की रूपरेखा पर विचार हुआ।
गवर्नर फ्रांसिस एडमसन ने भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों की सराहना की और गगनयान मिशन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा,
"ऑस्ट्रेलिया भारत के साथ वैज्ञानिक और रणनीतिक साझेदारी को बेहद महत्व देता है और हम साथ मिलकर भविष्य की चुनौतियों से निपटना चाहते हैं।"
इस अवसर पर भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त श्री फिलिप ग्रीन भी उपस्थित रहे।