इस यात्रा के दौरान आईएनएस त्रिकंड भारत और ग्रीस के बीच पहले द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास में हिस्सा लेगा। इस सैन्य अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सामरिक समन्वय, संयुक्त अभियान क्षमताओं और मित्रवत सहयोग को और अधिक मजबूत करना है।
सलामिस खाड़ी में जहाज की उपस्थिति के दौरान अनेक सैन्य व सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इसमें दोनों देशों के वरिष्ठ नौसैनिक अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श, क्रॉस डेक विज़िट, योजनात्मक चर्चाएं, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। इन पहलों का उद्देश्य है सहभागिता बढ़ाना और आपसी समझ को गहराई देना।
इस बंदरगाह प्रवास के पश्चात भारत-ग्रीस द्विपक्षीय अभ्यास का समुद्री चरण भी आयोजित किया जाएगा, जहां दोनों देशों की नौसेनाएं संयुक्त रूप से रणनीतिक अभ्यास करेंगी।
आईएनएस त्रिकंड, जो कि एक स्टेल्थ फ्रिगेट है और अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों से लैस है, इस अभ्यास के पूरा होने के बाद भूमध्य सागर में अपनी अगली तैनाती के लिए आगे बढ़ेगा।
भारतीय नौसेना की यह पहल न केवल सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देती है, बल्कि 'सागर' (Security and Growth for All in the Region) की नीति के तहत भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।