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Wednesday, July 2, 2025

24JT News Desk / New Delhi /May 7, 2025

जम्मू-कश्मीर में बुधवार की सुबह भारी तनाव का माहौल देखा गया, जब नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में पुंछ जिले के एक रिहायशी इलाके में वन विभाग के एक अधिकारी सहित कम से कम 10 नागरिकों की मौत हो गई और 45 अन्य घायल हो गए। इसके साथ ही, श्रीनगर के पंपोर और जम्मू के अखनूर में दो लड़ाकू विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। यह घटना भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर के कुछ घंटों बाद हुई, जो पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।

LOC पार से पाकिस्तानी गोलीबारी के बाद क्षतिग्रस्त मकानों के पास जुटे लोग | Photo Source : PTI
देश / जम्मू-कश्मीर में तनाव: पाकिस्तानी गोलीबारी में 10 नागरिकों की मौत, पंपोर और अखनूर में लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त

पुंछ में गोलीबारी: नागरिकों पर कहर :

नियंत्रण रेखा से सटे पुंछ जिले के एक रिहायशी इलाके में मंगलवार देर रात से शुरू हुई पाकिस्तानी गोलीबारी ने भारी तबाही मचाई। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इस हमले में 10 नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें वन विभाग के एक अधिकारी भी शामिल हैं। घायलों की संख्या 45 बताई जा रही है, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, और राहत व बचाव कार्य जारी हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गोलीबारी इतनी तीव्र थी कि कई घरों और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा। पुंछ के एक स्थानीय निवासी, मोहम्मद यूसुफ ने बताया, “रात को अचानक गोलियों की आवाज शुरू हुई। हम डर के मारे घरों में छिप गए। सुबह देखा तो कई घर तबाह हो चुके थे।” मृतकों में तीन की पहचान मोहम्मद आदिल, सलीम हुसैन, और रूबी कौर के रूप में हुई है, जैसा कि समाचार एजेंसी यूएनआई ने बताया।

पंपोर और अखनूर में लड़ाकू विमान दुर्घटना :

इसी बीच, श्रीनगर के पंपोर और जम्मू के अखनूर में दो लड़ाकू विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ने चिंता बढ़ा दी। पंपोर के वुयान इलाके में मंगलवार मध्यरात्रि को एक जोरदार विस्फोट हुआ, जिसे स्थानीय निवासियों ने भूकंप जैसा बताया। एक प्रत्यक्षदर्शी, जिसने नाम न बताने की शर्त पर बात की, ने कहा, “आधी रात को लड़ाकू विमानों की आवाज सुनाई दी। अचानक एक बड़ा धमाका हुआ, और आसमान में रोशनी फैल गई। हम डर गए और बच्चों को लेकर नीचे भागे।”
वुयान में दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा करीब 500 मीटर के दायरे में बिखरा हुआ पाया गया। मलबा एक स्कूल और मस्जिद के परिसर के पास गिरा, लेकिन सौभाग्यवश कोई रिहायशी इमारत प्रभावित नहीं हुई। भारतीय वायुसेना ने तुरंत क्षेत्र को अपने नियंत्रण में ले लिया और पत्रकारों को घटनास्थल से दूर रखा। एक स्थानीय निवासी ने फेसबुक लाइव में बताया कि वह अग्निशामकों के साथ बचाव कार्य में मदद कर रहा था, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस दुर्घटना में कोई हताहत हुआ या नहीं।
अखनूर में हुई दूसरी दुर्घटना के बारे में जानकारी सीमित है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, यह भी मंगलवार देर रात की घटना थी। दोनों विमानों की उत्पत्ति और निर्माण के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। भारत सरकार ने पाकिस्तानी विमानों को मार गिराने का कोई दावा नहीं किया है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ये भारतीय वायुसेना के विमान हो सकते हैं।

अन्य क्षेत्रों में गोलीबारी और नुकसान :

पुंछ के अलावा, उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा और कर्नाह में भी नियंत्रण रेखा के पार से गोलीबारी की खबरें आईं। कर्नाह में एक रिहायशी इलाके में गोले गिरने से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और भीषण आग लग गई। एक वायरल वीडियो में तीन से चार घरों से आग की लपटें उठती दिखीं, और दमकलकर्मी आग बुझाने की कोशिश करते नजर आए। वीडियो में एक व्यक्ति को रोते हुए यह कहते सुना गया, “सब कुछ बर्बाद हो गया। मेरी गाय मर गई।” हालांकि, द वायर ने इस फुटेज की स्वतंत्र पुष्टि नहीं की है।
बारामुला और राजौरी में भी संघर्षविराम उल्लंघन की खबरें सामने आई हैं। राजौरी के इरवान खानेतर गांव में रात भर हुई गोलीबारी के बाद क्षतिग्रस्त संपत्तियों के पास लोग इकट्ठा हुए, जैसा कि पीटीआई की तस्वीरों में देखा गया।

प्रशासनिक कदम और सुरक्षा उपाय :

गोलीबारी और विमान दुर्घटनाओं के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं:
हवाई अड्डों पर नियंत्रण: श्रीनगर और जम्मू के नागरिक हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है, और इन्हें भारतीय वायुसेना ने अपने नियंत्रण में ले लिया है।
शैक्षणिक संस्थान बंद: कश्मीर में बारामुला, कुपवाड़ा, और बांदीपुरा, तथा जम्मू में राजौरी, पुंछ, कठुआ, जम्मू, और सांबा के कुछ हिस्सों में स्कूल और कॉलेज बुधवार को बंद रहे।

हाई अलर्ट: ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

ऑपरेशन सिंदूर का संदर्भ

ये घटनाएं भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद हुईं, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने 6-7 मई की मध्यरात्रि को पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे संगठनों को जिम्मेदार ठहराया गया था। विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने बताया कि ऑपरेशन का उद्देश्य आतंकी बुनियादी ढांचे को नष्ट करना और जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली को सुनिश्चित करना था।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया :

संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, और अन्य देशों ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने और कूटनीतिक उपायों के माध्यम से तनाव कम करने की अपील की है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “हम दोनों पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और बातचीत के रास्ते अपनाएं।” हालांकि, पाकिस्तान ने भारत के ऑपरेशन को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है।

जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी गोलीबारी और लड़ाकू विमान दुर्घटनाओं ने क्षेत्र में तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह स्पष्ट है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए हुए है, लेकिन नाग will continue to monitor the situation closely. सरकार और प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा और क्षेत्र में शांति बहाली के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। जैसे-जैसे स्थिति विकसित हो रही है, देश और दुनिया की निगाहें इस संकट के समाधान पर टिकी हैं।

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