इस अवसर पर संस्थान में एक विशेष स्वागत समारोह आयोजित किया गया, जिसकी शुरुआत दीप प्रज्वलन और भगवान धन्वंतरि की वंदना से हुई। कार्यक्रम में संस्थान की पूर्व कार्यकारी निदेशक प्रो. (डा.) मञ्जूषा राजगोपाल, डीन (पीएचडी) प्रो. (डा.) महेश व्यास, सहित संस्थान के शैक्षणिक, चिकित्सकीय, प्रशासनिक और नर्सिंग स्टाफ के सदस्यों ने भाग लिया। सभी ने पुष्पगुच्छ भेंट कर नए निदेशक का स्वागत किया।
पूर्व कुलपति रहे हैं प्रो. प्रजापति
कार्यभार संभालने से पूर्व प्रो. प्रजापति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर के कुलपति पद पर कार्यरत थे। इससे पहले वे गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जामनगर में भी शोध और शैक्षणिक गतिविधियों से सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (NIA), जयपुर में सहायक प्रोफेसर के रूप में की थी।
निदेशक के रूप में पहला संबोधन
कार्यभार ग्रहण के पश्चात अपने प्रथम संबोधन में प्रो. प्रजापति ने कहा —
“यह मेरे लिए गर्व और सौभाग्य की बात है कि मुझे आयुर्वेद की सेवा करने का यह महत्वपूर्ण अवसर मिला है। सरकार ने आयुर्वेद को जन-जन तक पहुँचाने का जो संकल्प लिया है, उसमें हम सभी मिलकर AIIA को वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी संस्थान बनाएंगे।”
पूर्व कार्यकारी निदेशक प्रो. मञ्जूषा राजगोपाल ने स्वागत भाषण में कहा कि संस्थान की सफलता टीम भावना से कार्य करने पर निर्भर करती है, और उन्होंने इसी भावना को दोहराया। वहीं डीन, प्रो. महेश व्यास ने भरोसा जताया कि प्रो. प्रजापति का अनुभव संस्थान को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
CME कार्यक्रम में भी की सक्रिय भागीदारी
निदेशक पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद प्रो. प्रजापति ने संस्थान में शिक्षकों के लिए आयोजित सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रम के समापन सत्र में भाग लिया और दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।
उच्च शिक्षा और अनुभव की लंबी यात्रा
प्रो. प्रजापति ने अपनी स्नातक शिक्षा गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से (BAMS), जबकि स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट की डिग्री काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) से प्राप्त की है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल से मिली नियुक्ति
गौरतलब है कि प्रो. प्रदीप कुमार प्रजापति की नियुक्ति केंद्रीय मंत्रिमंडल की स्वीकृति से की गई है। वे निदेशक पद पर कार्यभार ग्रहण की तिथि से पाँच वर्ष अथवा सेवानिवृत्ति की आयु तक, जो भी पहले हो, कार्यरत रहेंगे।