बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा,
"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि यंत्रों पर जीएसटी दरें घटाकर 5% कर दी गई हैं। पहले यह दर 12% और 18% थी। यह नई दरें 22 सितंबर से लागू होंगी। इससे किसानों को सीधा लाभ मिलेगा और कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा मिलेगा।"
कितनी सस्ती हुईं मशीनें?
श्री चौहान ने बताया कि जीएसटी में कटौती के बाद ट्रैक्टर और कृषि उपकरणों की कीमतों में बड़ी गिरावट आई है:
_35 HP ट्रैक्टर — ₹41,000 सस्ता
_45 HP ट्रैक्टर — ₹45,000 सस्ता
_75 HP ट्रैक्टर — ₹63,000 की बचत
_धान रोपण यंत्र (4 पंक्ति, वॉक बिहाइंड) — ₹15,400 सस्ता
_थ्रेसर (4 टन/घंटा) — ₹14,000 कम
_पावर वीडर (7.5 HP) — ₹5,495 की बचत
_सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल (11 टाइन) — ₹10,500 सस्ता
_हार्वेस्टर कंबाइन — ₹4,375 की बचत
_कटर बार (14 फीट) — ₹1,87,500 सस्ता
_सुपर सीडर (8 फीट) — ₹16,875 की बचत
_न्यूमैटिक प्लांटर (4 पंक्ति) — ₹32,812 सस्ता
_ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर (400 लीटर) — ₹9,375 सस्ता
किसानों तक सीधा लाभ पहुंचाना प्राथमिकता
केंद्रीय मंत्री ने निर्देश दिए कि बिचौलियों की भूमिका को समाप्त कर यह लाभ सीधे किसानों तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि इस सुधार का उद्देश्य है कि कृषि लागत घटे और उत्पादकता बढ़े।
"हमारा लक्ष्य है किसानों की आमदनी दोगुनी करना। इसके लिए उत्पादन बढ़ाना और लागत घटाना दोनों जरूरी है। कृषि यंत्रीकरण इसमें अहम भूमिका निभाएगा।" — श्री चौहान
प्रचार-प्रसार और संकल्प अभियान
श्री चौहान ने बताया कि इन जीएसटी सुधारों की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न संचार माध्यमों के जरिए व्यापक प्रचार अभियान चलाया जाएगा।
इसके अलावा, 3 अक्टूबर से शुरू हो रहे 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के दौरान भी किसानों को जीएसटी लाभों की जानकारी दी जाएगी।
प्रतिनिधियों ने किया समर्थन
कृषि यंत्र निर्माता संगठनों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए इसे किसान हित में बड़ा कदम बताया। सभी ने एकजुट होकर सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर तक लागू करने का भरोसा दिया।
बैठक के समापन पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने सभी प्रतिनिधियों के साथ मिलकर पौधारोपण कर ‘किसान कल्याण का संकल्प’ लिया।
इस अहम बैठक में कृषि सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी सहित मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।