इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ. कुंजन आचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रो. भाणावत वर्तमान में लेखा एवं व्यावसायिक सांख्यिकी विभाग के विभागाध्यक्ष तथा आईक्यूएसी निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में आईक्यूएसी ने दस वर्षों से लंबित नैक मूल्यांकन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण किया, तथा विश्वविद्यालय को ‘ए’ ग्रेड प्रदान किया गया।
प्रो. भाणावत ने प्राध्यापकों का वर्षों से लंबित सीएएस प्रमोशनों को भी गति प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका निभाई । अब तक उनके 75 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें से 12 को विभिन्न राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंसेज में 'बेस्ट रिसर्च पेपर अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया है। उन्होंने चार पुस्तकें और 30 से अधिक लोकप्रिय लेख भी समाचार पत्रों में प्रकाशित किए हैं।
वर्तमान में वे रूसा प्रायोजित ब्लॉकचेन एकाउंटिंग विषयक रिसर्च प्रोजेक्ट में प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर के रूप में कार्यरत हैं। वर्ष 2021 और 2022 में उन्हें द इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI), नई दिल्ली द्वारा इंटरनेशनल रिसर्च अवॉर्ड से दो बार सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व, अगस्त 2021 से सितंबर 2022 तक वे छात्र कल्याण अधिष्ठाता के रूप में कार्यरत रहे, जहां उनके निर्देशन में विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराए गए।
प्रो. भाणावत वर्तमान में नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी, शिलॉन्ग और विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, जयपुर, के बोर्ड ऑफ स्टडीज़ के सदस्य भी हैं। और वर्ष 1984 में राष्ट्रपति स्काउट सम्मान से नवाज़े जा चुके हैं।