चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की भूमिका:
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की जिम्मेदारियों का दायरा समय के साथ काफी विस्तृत हुआ है। पहले केवल खातों की जांच और बैलेंस शीट तैयार करने तक सीमित यह पेशा अब कर संरचना, रणनीतिक सलाह, आंतरिक नियंत्रण, वित्तीय प्रबंधन और वित्तीय अनियमितताओं की जांच तक फैल चुका है। सीए न केवल संगठनों को वित्तीय रणनीतियों को अनुकूलित करने में मदद करते हैं, बल्कि डेटा-आधारित निर्णय लेने और नियामक अनुपालन सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
राष्ट्रीय सीए दिवस का इतिहास:
राष्ट्रीय सीए दिवस की नींव 1 जुलाई, 1949 को आईसीएआई की स्थापना से जुड़ी है, जब संसद द्वारा एक कानून पारित कर इस संस्थान को स्थापित किया गया। स्वतंत्रता से पहले, लेखांकन कार्य ब्रिटिश कंपनी अधिनियम के तहत संचालित होते थे, और ऑडिटरों की मांग को पूरा करने के लिए डिप्लोमा इन अकाउंटेंसी शुरू किया गया था। आईसीएआई की स्थापना ने लेखांकन पेशे को व्यवस्थित ढांचा प्रदान किया, जिसमें शिक्षा, प्रमाणन और आचार संहिता के मानकों को लागू किया गया।
राष्ट्रीय सीए दिवस 2025 का महत्व:
सीए दिवस चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की निष्ठा, कौशल और समर्पण को श्रद्धांजलि देता है, जो वित्त और आर्थिक शासन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। यह दिन आईसीएआई की शैक्षिक मानकों, नैतिकता और पेशेवर विकास में नेतृत्वकारी भूमिका को रेखांकित करता है। यह निजी और सार्वजनिक संस्थानों को वित्तीय जिम्मेदारी और भविष्य के विकास की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करने में सीए की भूमिका को भी मजबूत करता है।
1 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है सीए दिवस?
स्वतंत्रता से पहले, भारत में लेखांकन प्रथाएं ब्रिटिश कंपनी अधिनियम के तहत संचालित होती थीं। ऑडिटरों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए औपनिवेशिक सरकार ने डिप्लोमा इन अकाउंटेंसी शुरू किया था, जिसके स्नातक पूरे देश में ऑडिट कर सकते थे। 1949 में आईसीएआई की स्थापना ने इस पेशे को एक सुसंगठित और सम्मानित स्वरूप प्रदान किया।