बैठक के दौरान मंत्री कुमावत ने बताया कि पशु चिकित्सा अधिकारी के 1100 पदों के लिए आरपीएससी को अभ्यर्थना भेज दी गई है। इसके साथ ही पशुधन निरीक्षक के 2540 पद और पशु परिचर के 6433 पदों पर भर्ती की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
उन्होंने विभाग के निदेशक डॉ. आनंद सेजरा से भर्ती से जुड़ी अद्यतन जानकारी ली। मंत्री कुमावत ने बताया कि 13 जून, 2025 को आयोजित पशुधन निरीक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम जल्द घोषित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, पशु परिचर भर्ती के दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, हालांकि कुछ मामलों के न्यायालय में लंबित होने के कारण विभाग को मजबूत पैरवी करने के लिए कहा गया है।
15 अगस्त तक सभी पशुओं को मिलेगा हेल्थ सर्टिफिकेट
बैठक में मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना की प्रगति पर भी चर्चा हुई। मंत्री कुमावत ने विभाग को निर्देश दिए कि 15 अगस्त, 2025 तक 16 लाख पशुओं के लिए हेल्थ सर्टिफिकेट जारी कर संबंधित बीमा कंपनियों को पॉलिसी वितरित की जाए।
भवन निर्माण और मिशन योजनाओं पर भी चर्चा
लगभग ₹200 करोड़ की लागत से पशुपालन विभाग के भवनों की मरम्मत और नए निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा करने के आदेश दिए गए। नेशनल लाइव स्टॉक मिशन, पशु चिकित्सा महाविद्यालय और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के संचालन को लेकर भी विस्तार से समीक्षा की गई।
मौसमी बीमारियों से बचाव को टीकाकरण में तेजी
मंत्री कुमावत ने लंम्पी, गलघोंटू और लंगड़ा बुखार जैसी मौसमी बीमारियों से गौवंश की सुरक्षा के लिए चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम की भी समीक्षा की और इसे और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं निदेशक डॉ. आनंद सेजरा मौजूद रहे।