प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रालयों और एजेंसियों के बीच निर्बाध समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया ताकि परिचालन निरंतरता और संस्थागत लचीलापन सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए मंत्रालयों द्वारा की गई योजना और तैयारी की समीक्षा की।
सचिवों को व्यापक समीक्षा के निर्देश
प्रधानमंत्री ने सभी सचिवों को अपने-अपने मंत्रालयों के कार्यों की व्यापक समीक्षा करने और आवश्यक प्रणालियों के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। विशेष रूप से तैयारियों, आपातकालीन प्रतिक्रिया, और आंतरिक संचार प्रोटोकॉल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया। सचिवों ने वर्तमान स्थिति में 'संपूर्ण सरकार' (Whole of Government) दृष्टिकोण के साथ अपनी योजनाओं को विस्तार से प्रस्तुत किया।
सभी मंत्रालयों ने संघर्ष से संबंधित अपने कार्यों को चिह्नित किया है और प्रक्रियाओं को और मजबूत करने पर काम कर रहे हैं। मंत्रालय किसी भी प्रकार की उभरती परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं।
बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें शामिल हैं:
नागरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना: राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए नागरिक सुरक्षा प्रणालियों को और सशक्त करने पर जोर दिया गया।
गलत सूचना और फर्जी खबरों का मुकाबला: अफवाहों और गलत सूचनाओं को रोकने के लिए प्रभावी उपायों पर विचार-विमर्श किया गया।
महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा: ऊर्जा, संचार, और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई।
मंत्रालयों को राज्य प्राधिकरणों और जमीनी स्तर के संस्थानों के साथ निकट समन्वय बनाए रखने की सलाह दी गई।
बैठक में प्रमुख उपस्थिति:
इस बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, और रक्षा, गृह, विदेश, सूचना और प्रसारण, ऊर्जा, स्वास्थ्य, और दूरसंचार जैसे प्रमुख मंत्रालयों के सचिव शामिल थे।
प्रधानमंत्री का संदेश: सतर्कता और समन्वय
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के इस संवेदनशील दौर में निरंतर सतर्कता, संस्थागत तालमेल, और स्पष्ट संचार पर जोर दिया। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, परिचालन तैयारियों, और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा से संबंधित कई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। सरकार का यह कदम देश की एकजुटता और ताकत को दर्शाता है। सभी मंत्रालय और विभाग मिलकर यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि किसी भी स्थिति में देश की सुरक्षा और स्थिरता पर कोई आंच न आए।