राजस्थान को बनाना है विश्वस्तरीय पर्यटन गंतव्य
बैठक में पर्यटन सचिव रवि जैन सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक स्मारकों और संग्रहालयों का ऐसा विकास किया जाए, जिसे देखकर दुनियाभर के पर्यटक आश्चर्यचकित हो जाएं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विजन 2047' के अनुरूप भव्य संग्रहालयों और आधुनिक मूर्तियों के निर्माण पर जोर दिया।
झुंझुनूं में बनेगा ‘वार म्यूजियम’
बैठक के दौरान झुंझुनूं जिले में प्रस्तावित ‘वार म्यूजियम’ को लेकर भी चर्चा हुई। यह संग्रहालय राजस्थान के वीर सैनिकों की गाथाओं, युद्ध इतिहास और पराक्रम को समर्पित होगा। उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस योजना की डीपीआर विशेषज्ञ एजेंसी से तैयार कराई जाए।
अल्बर्ट हॉल बनेगा स्मार्ट म्यूजियम
जयपुर का ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल अब स्मार्ट म्यूजियम के रूप में विकसित होगा। इसमें डिजिटल लाइट एंड साउंड शो, इंटरेक्टिव डिस्प्ले, वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) तकनीकों का समावेश किया जाएगा।
प्रदेश के संग्रहालय होंगे हाईटेक
बैठक में प्रदेश के अन्य प्रमुख संग्रहालयों और किलों के डिजिटलीकरण को भी हरी झंडी दी गई। पहले चरण में 25 करोड़ रुपये की लागत से AR आधारित अपग्रेडेशन, RFID टैगिंग और वर्चुअल टूर सिस्टम लागू किया जाएगा। इस कार्य को छह माह में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
पुष्कर के लिए 100 करोड़ की विकास योजना
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पुष्कर विकास योजना की प्रस्तुति बैठक में की गई। ब्रह्मा मंदिर से लेकर वराहा चौक तक कॉरिडोर, घाटों का जीर्णोद्धार, थीम पार्क में लेज़र शो, सावित्री वाटिका और डिजिटल गाइडिंग सिस्टम जैसे कार्य प्रस्तावित हैं। साथ ही, उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पुष्कर मेला ग्राउंड के उन्नयन को भी इस योजना में सम्मिलित किया जाए।
महाराणा प्रताप सर्किट व ट्राइबल टूरिज्म पर विशेष ध्यान
बैठक में महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट के भव्य विकास, झुंझुनूं के युद्ध संग्रहालय और ट्राइबल टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में भी चर्चा हुई। डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ और उदयपुर जैसे जिलों में जनजातीय जीवनशैली को प्रदर्शित करने के लिए शिल्पग्राम और ट्राइबल म्यूजियम विकसित किए जाएंगे। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा।
जल संरक्षण और विरासत संवर्धन को प्राथमिकता
राजस्थान की पारंपरिक बावड़ियों के जीर्णोद्धार पर भी विशेष चर्चा हुई। विशेषज्ञों की सलाह से इन ऐतिहासिक संरचनाओं को संरक्षित कर जल संरक्षण की परंपरा को पुनर्जीवित किया जाएगा। साथ ही, जल महल की पाल व रेलिंग, आमेर के लाइट एंड साउंड शो, और शेखावाटी की हवेलियों के संरक्षण पर भी निर्देश जारी किए गए।
एडवेंचर टूरिज्म और अंतरराष्ट्रीय रोड शो की तैयारी
पर्यटन मंत्री ने जून माह में राज्य की नई एडवेंचर पॉलिसी को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए। साथ ही, राजस्थान पर्यटन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने के लिए रोड शो की संभावनाओं को तलाशने को कहा।