जानकारी के अनुसार, यह सनसनीखेज घटना गुरुवार, 27 मार्च 2025 की देर रात को हुई। आरोपी पिता राजीव कुमार (36 वर्ष) ने अपने चार बच्चों—तीन बेटियों स्मृति (12 वर्ष), कीर्ति (9 वर्ष), प्रगति (7 वर्ष) और एक बेटे ऋषभ (5 वर्ष)—की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने घर के एक कमरे में साड़ी के सहारे फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सुबह जब परिजनों ने घर का दरवाजा तोड़ा, तो अंदर का मंजर देखकर उनके होश उड़ गए। चारों बच्चों के शव चारपाई पर खून से लथपथ पड़े थे, और राजीव का शव फंदे से लटक रहा था।
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह वारदात पारिवारिक कलह के चलते अंजाम दी गई। राजीव की पत्नी क्रांति देवी से उसका कुछ दिनों से विवाद चल रहा था, जिसके बाद क्रांति बुधवार को अपने मायके बरेली के गांव करतोली चली गई थी। घर में राजीव अकेले अपने चार बच्चों के साथ रह रहा था। बताया जा रहा है कि राजीव एक साल पहले हुए एक सड़क हादसे के बाद से मानसिक रूप से परेशान था, जिसमें उसके सिर पर गंभीर चोट लगी थी। इस हादसे के बाद से उसका व्यवहार असामान्य हो गया था और वह अक्सर गुस्से में आपा खो देता था।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, एसपी सिटी देवेंद्र कुमार, सीओ प्रियंक जैन और थाना प्रभारी राजीव कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। घटनास्थल से खून से सना एक चाकू और रेती बरामद की गई है, जिसे राजीव ने हत्या से पहले तेज किया था।
गांव के पूर्व प्रधान रामचंद्र ने बताया कि राजीव पांच भाइयों में सबसे बड़ा था। एक भाई की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी, और बाकी भाइयों में केवल राजीव की शादी हुई थी। उन्होंने कहा कि राजीव मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता था, लेकिन हादसे के बाद से उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। इस घटना ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया है। ग्रामीणों और रिश्तेदारों का घटनास्थल पर तांता लगा हुआ है, और हर कोई इस बात से हैरान है कि आखिर राजीव ने ऐसा भयानक कदम क्यों उठाया।
पुलिस ने बताया कि राजीव ने बच्चों की हत्या उस समय की, जब वे चारपाई पर सो रहे थे। इसके बाद उसने खुद को फांसी पर लटका लिया। घटना की गहराई से जांच की जा रही है, जिसमें पारिवारिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य के पहलुओं को भी ध्यान में रखा जा रहा है। पुलिस ने परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि इस हत्याकांड के पीछे की सटीक वजह का पता लगाया जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर पारिवारिक विवादों और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज में जागरूकता बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने की जरूरत है।