सवाई मानसिंह अस्पताल की घटना के बाद कड़ा रुख
हाल ही में सवाई मानसिंह अस्पताल में एक महिला को गलत रक्त चढ़ाए जाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा मंत्री ने स्पष्ट किया कि ऐसी लापरवाही भविष्य में किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “हर मरीज का जीवन अनमोल है, उपचार में किसी भी प्रकार की चूक अस्वीकार्य है।”
आभा आईडी में अनिवार्य होगा ब्लड ग्रुप
राजस्थान डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत तकनीकी उन्नयन के क्रम में अब हर मरीज की आभा आईडी में उनका ब्लड ग्रुप अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाएगा। इससे न केवल आपातकालीन परिस्थितियों में ब्लड उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी, बल्कि ट्रांसफ्यूजन प्रक्रिया में सटीकता भी बनी रहेगी।
एसओपी में बदलाव, ICU-क्रिटिकल केयर पर खास ज़ोर
मंत्री खींवसर ने निर्देश दिए कि आईसीयू और क्रिटिकल केयर वार्डों में निर्धारित एसओपी की सख्ती से पालना की जाए। इन वार्डों में हमेशा वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ-साथ प्रशिक्षित सीनियर रेजीडेंट, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल अधीक्षक समय-समय पर ब्लड बैंक और वार्डों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करें तथा खामियां पाए जाने पर तुरंत सुधारात्मक कदम उठाएं।
"राजस्थान में ब्लड ट्रांसफ्यूजन सिस्टम होगा और अधिक सुदृढ़, आभा आईडी में अब अनिवार्य होगा ब्लड ग्रुप" | Photo Source : DIPR
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
चिकित्सा मंत्री ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी स्तर पर एसओपी की अवहेलना या लापरवाही सामने आती है तो संबंधित कार्मिक पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
विशेषज्ञों से मिले सुझाव, वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में ब्लड ट्रांसफ्यूजन प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के संबंध में चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रस्तुत किए गए। बैठक में प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़, चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री अम्बरीष कुमार, आयुक्त श्री इकबाल खान और एसएमएस मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
सरकार का उद्देश्य साफ है — ब्लड ट्रांसफ्यूजन सिस्टम में किसी भी प्रकार की चूक की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी।