प्रभारी मंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से सीधा संवाद कर उनकी आवश्यकताओं और समस्याओं को जाना। उन्होंने भोजन, चिकित्सा, स्वच्छ पानी, आश्रय और अन्य आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता की जानकारी ली और मौके पर मौजूद जिला कलेक्टर श्रीनिधि बी टी को निर्देश दिए कि राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर जारी रखा जाए।
मंत्री बेढम ने कहा, "यह समय जनसेवा का है। प्रशासन का हर कर्मचारी एक-एक नागरिक की सुरक्षा का जिम्मेदार है। किसी भी परिवार को परेशानी नहीं होनी चाहिए।"
सेना-एसडीआरएफ को बताया देवदूत
प्रभारी मंत्री ने सेना, एसडीआरएफ और पुलिस बल की कार्यशैली की खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि "आप सभी इस आपदा में देवदूत बनकर सेवा दे रहे हैं।" मंत्री ने राहत कार्यों में लगे जवानों से सीधा संवाद किया और उनके योगदान की सराहना की।
प्रशासनिक अमला रहा मौजूद
इस मौके पर संभागीय आयुक्त डॉ. टीना सोनी, पुलिस महानिरीक्षक श्री कैलाश चंद्र बिश्नोई, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम वर्षा मीना और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। राहत कार्यों का जायज़ा लेने के साथ ही सभी विभागों को समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए गए।
पूर्व तैयारी से जनहानि शून्य
मंत्री ने कहा कि पहले से की गई सतर्कता और तैयारी का ही परिणाम है कि अब तक कोई जनहानि की सूचना नहीं है। यह जिला प्रशासन की सजगता का प्रमाण है।
शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि
गढ़ी जाफर दौरे के बाद मंत्री बेढम ने शहीद राघवेंद्र सिंह परिहार स्मारक पर पहुँचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह राजावत, नीरजा शर्मा, सत्येंद्र सिंह पाराशर, धीर सिंह जादौन सहित कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
बाढ़ जैसी आपदा में प्रशासन, सेना और आमजन का यह समन्वय राहत की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरा है।