मोखरा मंडल अध्यक्ष मुकेश वशिष्ठ ने नाराजगी जताते हुए कहा,
“हमें रोहतक भाजपा कार्यालय और संदीप नैन से रविवार को बैठक की सूचना मिली थी। लेकिन जब हम पहुंचे, तो देखा कि जो लोग पहले भाजपा का विरोध कर रहे थे, वे आज मंच पर बैठे थे। वहीं, 20 साल से पार्टी के लिए मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को पीछे बैठाया गया। यह हमारे लिए अपमानजनक है।”
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं की मेहनत को नजरअंदाज किया गया। हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं को मंच पर प्राथमिकता दी गई, जबकि जमीनी कार्यकर्ताओं को न तो सम्मान मिला और न ही उचित स्थान। इस भेदभाव से नाराज होकर मंडल स्तर के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया।
सैमान मंडल अध्यक्ष मनोज पहलवान ने कहा,
“हम 21 साल से भाजपा के साथ पूरी निष्ठा से काम कर रहे हैं। लेकिन आज उन लोगों को सम्मान दिया गया, जिन्होंने पहले पार्टी का विरोध किया। हमें न तो मंच पर बुलाया गया और न ही हमारा नाम लिया गया। हमें पीछे बैठने को मजबूर किया गया।”
इसी तरह, जिला उपाध्यक्ष नवीन ढुल पर भी मंडलों की अनदेखी करने का आरोप लगा।
सेवा पखवाड़ा का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को सम्मान देना और संगठन को मजबूत करना था। लेकिन महम की इस घटना ने पार्टी के भीतर आंतरिक असंतोष और गुटबाजी को उजागर कर दिया। लंबे समय से समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी और नए नेताओं को तरजीह देने से कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश देखा गया।
कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख पदाधिकारी:
- सैमान मंडल:
अध्यक्ष मनोज पहलवान, उपाध्यक्ष जोगिंदर जोगी, कोषाध्यक्ष मनदीप, महामंत्री राजेश
- मोखरा मंडल:
अध्यक्ष मुकेश वशिष्ठ, महामंत्री मनदीप और संदीप, उपाध्यक्ष परमजीत बल्हारा, वीरेंद्र (वीरू) बल्हारा, सुभाष बल्हारा, सचिव नरेश कौशिक
- लखनमाजरा मंडल:
अध्यक्ष अमित चौहान, महामंत्री प्रवीण ढुल, उपाध्यक्ष अमित चांदी, सचिव मनोज शर्मा