मंत्री श्री शर्मा ने इस अवसर पर हिंदी दिवस की भी शुभकामनाएं दीं और महान अभियंता भारत रत्न एम. विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में इंजीनियरों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने कहा कि आज भारत वैश्विक मंच पर जिस तकनीकी प्रतिष्ठा को प्राप्त कर रहा है, उसके पीछे देश के इंजीनियरों की मेहनत, शोध और नवाचार का बड़ा हाथ है।
हिंदी में तकनीकी शिक्षा पर जोर
मंत्री शर्मा ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि हिंदी दिवस और इंजीनियर दिवस की पूर्व संध्या एक साथ मनाई जा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल का उल्लेख करते हुए बताया कि अब देश में इंजीनियरिंग और मेडिकल जैसी तकनीकी पढ़ाई हिंदी सहित अन्य भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध हो रही है। इससे ग्रामीण और हिंदी भाषी प्रतिभावान युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिला है।
इंजीनियरिंग को मिला नया आयाम
श्री शर्मा ने कहा कि मेक इन इंडिया और राइजिंग राजस्थान समिट जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से देश व प्रदेश में इंजीनियरिंग क्षेत्र के लिए अपार संभावनाएं बनी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि औद्योगिक प्रगति में राजस्थान तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
अलवर को मिला नया सौगात
समारोह के दौरान मंत्री शर्मा ने द अलवर इंजीनियर्स एसोसिएशन भवन में इंडस्ट्री एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना हेतु विधायक कोष से ₹10 लाख की सहायता की घोषणा की। साथ ही, अशोक लीलैंड से भी CSR फंड से ₹10 लाख की सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया।
बानसूर विधायक देवी सिंह शेखावत ने इंजीनियरों की सराहना की
कार्यक्रम में उपस्थित बानसूर विधायक श्री देवी सिंह शेखावत ने भी सभी को हिंदी दिवस व इंजीनियर दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि द अलवर इंजीनियर्स एसोसिएशन जिले और राज्य के आर्थिक विकास में एक संगठित और प्रोफेशनल इकाई के रूप में कार्य कर रही है। शेखावत ने बताया कि उनके यूआईटी चेयरमैन कार्यकाल के दौरान एसोसिएशन को कार्यालय हेतु भूमि आवंटित करने का अवसर मिला था। उन्होंने प्राचीन भारत की इंजीनियरिंग विरासत को भी याद किया और कहा कि आज भी वह मिसाल के रूप में कायम है।
विहान मैगज़ीन का विमोचन भी किया गया
इस अवसर पर विहान मैगजीन का विमोचन भी किया गया, जिसमें इंजीनियरिंग क्षेत्र की नई उपलब्धियों और तकनीकी प्रगति को दर्शाया गया है।