धमकी भरा ईमेल और पुलिस कार्रवाई
शिर्डी साईं बाबा संस्थान के आधिकारिक वेबसाइट पर शुक्रवार सुबह एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजा गया ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें मंदिर को पाइप बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। शिर्डी पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है और ईमेल भेजने वाले की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि यह धमकी एक मजाक (होक्स) हो सकती है, लेकिन हाल के पहलगाम आतंकी हमले को देखते हुए कोई जोखिम नहीं लिया जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था में वृद्धि
धमकी के बाद मंदिर की सुरक्षा को और सख्त कर दिया गया है। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस तैनाती बढ़ा दी गई है, और कड़ी निगरानी रखी जा रही है। श्री साईं बाबा संस्थान के सीईओ गोरक्ष गढीलकर ने कहा, "हमें धमकी भरा ईमेल मिला था, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। मंदिर की सुरक्षा समिति ने भी सुरक्षा जांच की है।"
पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि में बढ़ी चिंता
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के बाद देश में सुरक्षा को लेकर तनाव का माहौल है। इस घटना के बाद शिर्डी के साईं बाबा मंदिर को मिली धमकी ने मंदिर प्रशासन और स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि वे हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
पिछले अनुभव और वर्तमान सतर्कता
गौरतलब है कि शिर्डी के साईं बाबा मंदिर को पहले भी कई बार इस तरह की धमकियां मिल चुकी हैं, लेकिन सभी मजाक साबित हुई थीं। इसके बावजूद, वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह धमकी किसी खोडसाळपणा (प्रैंक) का हिस्सा है या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है।
स्थानीय और प्रशासन की प्रतिक्रिया
धमकी भरे ईमेल के बाद शिर्डी में एक बार फिर खलबली मच गई है। स्थानीय लोग और श्रद्धालु इस घटना से चिंतित हैं, लेकिन मंदिर प्रशासन ने भक्तों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। पुलिस ने भी लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने को कहा है।
शिर्डी पुलिस और मंदिर प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है। जांच के नतीजों का इंतजार है, जो यह स्पष्ट करेगा कि यह धमकी कितनी गंभीर थी।