फेस्टिवल के दूसरे दिन आभानेरी पहुंचीं उप मुख्यमंत्री ने सबसे पहले चांद बावड़ी का दौरा किया और यहां की ऐतिहासिक विरासत की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की। बावड़ी के पास स्थित हर्षद माता मंदिर में उन्होंने नवरात्रि के पावन अवसर पर पूजा-अर्चना की। मंदिर पुजारी द्वारा चुनरी ओढ़ाकर उनका पारंपरिक स्वागत किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जताई गहरी रुचि
उप मुख्यमंत्री ने पद्म श्री अनवर खान द्वारा प्रस्तुत लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखा और सराहा। कार्यक्रम के बाद उन्होंने अनवर खान व उनकी टीम से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
"चांद बावड़ी भारत की धरोहर है" – दिया कुमारी
मीडिया से बातचीत करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा,
"चांद बावड़ी न केवल राजस्थान की, बल्कि भारत की एक अद्भुत, सुंदर और भव्य धरोहर है। हर भारतीय को यहां जरूर आना चाहिए और विश्व को इसकी खूबसूरती से परिचित कराना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं भारत के ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों को वैश्विक मंच पर प्रमोट कर रहे हैं, और हम सबका भी यही प्रयास होना चाहिए।
दिया कुमारी ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार एवं पर्यटन विभाग मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि जयपुर और अन्य पर्यटन स्थलों पर आने वाले सैलानी आभानेरी को भी अपनी यात्रा का हिस्सा बनाएं।
'वोकल फॉर लोकल' को दिया नया आयाम
दिया कुमारी ने आभानेरी गांव में एक स्थानीय कुम्हार के घर पहुंचकर मिट्टी के दीपक बनाए और 'वोकल फॉर लोकल' का संदेश दिया।
उन्होंने कहा,
"दीपावली के मौके पर हर घर में मिट्टी के दीपक जलने चाहिए। स्वदेशी वस्तुओं को अपनाएं और लोकल उत्पादों को समर्थन दें। यही आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान है।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का 'वोकल फॉर लोकल' अभियान देश के कारीगरों और हस्तशिल्प को नया जीवन दे रहा है, और इसे जन-आंदोलन बनाने की आवश्यकता है।