इस मौके पर केंद्रीय मंत्री श्री यादव ने कहा कि अलवर में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं, और केंद्र सरकार इस ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहरों से भरे जिले को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि चाहे नाइट ट्यूरिज्म की शुरुआत हो, सरिस्का टाइगर रिजर्व का विकास हो या भर्तृहरि धाम को नया स्वरूप देने की बात – सभी पहलुओं पर गंभीरता से कार्य किया जा रहा है।
श्री यादव ने ईको-ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने पर बल देते हुए स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए कि अलवर व इसके आसपास के क्षेत्रों में ईको ट्यूरिज्म के ठोस प्रस्ताव तैयार किए जाएं। साथ ही पशु-पक्षियों के संरक्षण के लिए रेस्क्यू सेंटर स्थापित करने के निर्देश भी दिए।
राज्य मंत्री श्री संजय शर्मा ने अलवर की प्राकृतिक संपदा की सराहना करते हुए कहा कि जिले की पहाड़ियां, झीलें, वन क्षेत्र और ऐतिहासिक स्थल इसे पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाते हैं। उन्होंने बताया कि नमोवन पार्क सहित नगर वन, मातृ वन, और बायोलॉजिकल पार्क को ईको ट्यूरिज्म के लिए सुदृढ़ रूप दिया जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अलवर में शीघ्र ही नाइट ट्यूरिज्म की शुरुआत होगी और तारामंडल (प्लैनेटेरियम) के निर्माण की भी योजना है। नमोवन पार्क में ग्राम वन विकास समिति के सहयोग से कैफेटेरिया स्थापित किए जाने की घोषणा भी की गई।
इस उद्घाटन कार्यक्रम में जिला कलेक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला, जिला अध्यक्ष श्री अशोक गुप्ता, यूआईटी सचिव श्रीमती घीगदे स्नेहल नाना समेत अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी, प्रबुद्धजन एवं स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।