इस भव्य आयोजन में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, केन्द्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
"हर जिले, हर जाति तक विकास"
अपने संबोधन में श्री शाह ने कहा, “हरियाणा की जनता ने हमें तीन बार बहुमत देकर चुना, हमने हर जिले और हर वर्ग के लिए बिना किसी भेदभाव के काम किया है। आज हरियाणा में ‘बिना पर्ची, बिना खर्ची’ मेरिट के आधार पर नौकरियां मिल रही हैं—यह हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
नए कानूनों से न्याय प्रणाली में क्रांति
गृह मंत्री ने कहा कि 1 जुलाई 2024 से लागू हुए तीन नए आपराधिक कानून — भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता — अंग्रेजों के समय के कानूनों की जगह लेकर न्याय आधारित व्यवस्था की शुरुआत कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि:
_हरियाणा में दोष सिद्धि दर अब 40% से बढ़कर 80% हो चुकी है।
_71% चार्जशीट 60 दिनों में और 83% चार्जशीट 90 दिनों में दाखिल हुई हैं।
_महिलाओं को अब FIR दर्ज कराने के लिए थाने जाने की जरूरत नहीं, ई-FIR की सुविधा उपलब्ध है।
_वीडियोग्राफिक ज़ब्ती और फॉरेंसिक जांच अब अनिवार्य कर दी गई है।
“अब पुलिस डंडे से नहीं, डेटा से काम करती है”
श्री शाह ने कहा, “मोदी सरकार की प्राथमिकता अब थर्ड डिग्री नहीं, साइंटिफिक एविडेंस है। पुलिस, जेल, न्यायपालिका, अभियोजन और फॉरेंसिक को तकनीक के ज़रिए जोड़ा गया है।”
विदेश भागे अपराधियों पर अब कार्रवाई संभव
उन्होंने बताया कि नए कानूनों में ‘ट्रायल इन एब्सेंशिया’ का प्रावधान लाकर विदेश भागे अपराधियों पर भी गैर-मौजूदगी में मुकदमा चलाया जा सकेगा।
14.80 लाख कर्मियों को प्रशिक्षण
गृह मंत्रालय के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत अब तक:
_14.80 लाख पुलिसकर्मी
_42 हज़ार जेल अधिकारी
_19 हज़ार न्यायालय कर्मी
_11 हज़ार अभियोजन अधिकारी
को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
स्वदेशी से विश्वगुरु बनने की राह
श्री शाह ने कहा, “अगर 140 करोड़ भारतीय स्वदेशी वस्तुएं अपनाएं, तो भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाज़ार बन जाएगा। 2047 तक भारत को हर क्षेत्र में श्रेष्ठ बनाना है और इसका रास्ता स्वदेशी और आत्मनिर्भरता से होकर जाएगा।”
उन्होंने दीपावली के अवसर पर हरियाणा की जनता से देश में बनी वस्तुएं खरीदने का संकल्प लेने की अपील की और कहा कि यही प्रधानमंत्री मोदी के 'स्वदेशी भारत' के सपने को साकार करेगा।