Gulafsha sheikh / Lucknow /June 8, 2025
कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम की सुदूर बैसरन घाटी में रहने वाले 30 वर्षीय आदिल हुसैन शाह का फोन मंगलवार को लगातार बजता रहा। उनके पिता सैयद हैदर शाह उन्हें चावल खरीदने के लिए कह रहे थे। आदिल का घर गरीबी से जूझता हुआ था, और यह बात उनके घर में रोज़ की थी। आदिल, जो एक टट्टू गाइड का काम करते थे, ने फोन नहीं उठाया। लेकिन जब तक परिवार ने स्थानीय पुलिस से संपर्क नहीं किया, तब तक चौंकाने वाली सचाई सामने आई—आदिल पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। इस हमले में वह एकमात्र स्थानीय व्यक्ति थे जो मारे गए। परिवार ने अपने एकमात्र कमाने वाले को खो दिया और गांव की समिति ने परिवार को और आगंतुकों को भोजन मुहैया कराना शुरू कर दिया।
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