इस वारदात में पति को 10 बार ज़हर से भरे सांप से डंसवाया गया, ताकि उसकी मौत को स्वाभाविक या रहस्यमयी दिखाया जा सके। मृतक की पहचान अमित शर्मा (32 वर्ष) के रूप में हुई है।
हत्या की योजना: सांप बना हथियार
पुलिस जांच के अनुसार, अमित की पत्नी नेहा शर्मा का पिछले एक साल से अपने पुराने जानकार रोहित चौधरी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों के बीच संपर्क सोशल मीडिया के ज़रिए फिर से शुरू हुआ था और उन्होंने अमित को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
योजना के मुख्य बिंदु:
रोहित ने सांप सपेरों से संपर्क किया और 2 ज़हरीले सांप खरीदे।
नेहा ने अमित को झांसे में रखकर एक खेत में लाया, जहां उसे शराब पिलाई गई।
नशे की हालत में सांप को 10 बार अमित के शरीर से डंसवाया गया।
फिर उसे बेहोशी की हालत में घर लाकर बेड पर सुला दिया गया, ताकि मौत स्वाभाविक लगे।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने खोला राज
अमित की संदिग्ध मौत के बाद परिवार वालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि अमित के शरीर पर कई जगह सांप के दांतों के निशान थे।
इसके बाद जब फोन कॉल रिकॉर्डिंग, सीसीटीवी फुटेज, और मोबाइल लोकेशन खंगाले गए, तब हत्या का राज़ खुला।
पुलिस ने नेहा और रोहित दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहां नेहा ने जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस का बयान: पूरी प्लानिंग थी 'क्राइम थ्रिलर' जैसी
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रोहित सिंह सजवाण ने प्रेस को बताया:
"यह घटना पूरी तरह से साजिशन हत्या है। आरोपी महिला और उसका प्रेमी हत्या को स्वाभाविक मौत दिखाने की साजिश रच रहे थे। मगर मेडिकल रिपोर्ट और डिजिटल सबूतों ने उनकी साजिश को बेनकाब कर दिया।"
सौरभ केस से तुलना क्यों?
यह घटना 2020 के चर्चित सौरभ-सांप हत्या कांड से मिलती-जुलती है, जिसमें पत्नी ने पति को सांप से डंसवाकर मारा था।
मगर अमित केस में 10 बार डंसवाना, और फिर शव को स्वाभाविक अवस्था में पेश करना — इसे और ज़्यादा खौफनाक बना देता है।
नेहा और रोहित पर दर्ज केस:
दोनों आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की निम्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है:
IPC 302 – हत्या
IPC 120B – आपराधिक साजिश
IPC 201 – साक्ष्य मिटाने की कोशिश
साथ ही वन्य जीव अधिनियम के तहत सांप के अवैध उपयोग पर भी कार्रवाई होगी
निष्कर्ष: अपराध और रिश्तों के बीच का खोखलापन
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं है, यह इस बात की गवाही है कि किस तरह प्यार, लालच और धोखे ने एक मासूम की ज़िंदगी छीन ली।
पुलिस का कहना है कि वे अब सांप सपेरों के नेटवर्क की भी छानबीन कर रहे हैं, जिससे यह पता लगाया जा सके कि ऐसे मामलों में कितनी बार वन्य जीवों का आपराधिक उपयोग किया गया है।