राहुल गांधी अपनी यात्रा की शुरुआत अहमदाबाद से करेंगे, जहां वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के पर्यवेक्षकों के साथ एक ओरिएंटेशन बैठक करेंगे। ये पर्यवेक्षक गुजरात के 33 जिलों और आठ प्रमुख शहरों में जिला समिति अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया को देखेंगे। कुल 41 संगठनात्मक इकाइयों को इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर नेतृत्व को मजबूत करना और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करना है।
बुधवार को राहुल गांधी अरावली जिले के मोडासा कस्बे में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे और आधिकारिक तौर पर इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। प्रोजेक्ट के तहत जिला इकाई प्रमुखों का चयन एक पारदर्शी और व्यवस्थित प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। पार्टी इसे अन्य राज्यों में संगठन सुधार के लिए एक मॉडल के रूप में देख रही है।
गुजरात में कांग्रेस पिछले 37 वर्षों से सत्ता से बाहर है। इस दौरान पार्टी को कई बार बड़े पैमाने पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के पलायन का सामना करना पड़ा है, जो सत्तारूढ़ दल और अन्य विपक्षी पार्टियों में शामिल हो गए। इस पायलट प्रोजेक्ट को पार्टी के पुनर्जनन की दिशा में एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य 2027 के विधानसभा चुनावों में नया जोश लाना है।
राहुल गांधी ने हाल ही में गुजरात में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान संगठन में सुधार और समर्पित नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर दिया था। उनकी यह यात्रा और नई पहल न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह जगाने का प्रयास है, बल्कि गुजरात में कांग्रेस की खोई हुई राजनीतिक जमीन को वापस हासिल करने की दिशा में भी एक ठोस कदम है।