श्री शेखावत जोधपुर के मोटर मर्चेंट एसोसिएशन हॉल में आयोजित एक विशाल बहुद्देशीय सहायता शिविर में बोल रहे थे। शिविर का आयोजन जिला प्रशासन जोधपुर, भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से किया गया।
इस शिविर का उद्देश्य दिव्यांगजनों, वृद्धजनों और विधवा महिलाओं को सहारा देना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाना तथा सरकारी योजनाओं से सीधे जोड़ना रहा।
शिविर में ये रही प्रमुख उपलब्धियाँ:
दिव्यांगजनों को इलेक्ट्रिक ट्रायसाइकिल, सामान्य ट्रायसाइकिल, व्हीलचेयर, सुगम्य केन, सी.पी. चेयर, कान की मशीन, चेयर-युक्त छड़ी, वॉकर और बैसाखी जैसे सहायक उपकरण निःशुल्क वितरित किए गए।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया। बीपी, शुगर, ऑक्सीजन लेवल और पल्स की जांच की गई। साथ ही ‘आयुष्मान वय वंदना’ कार्ड भी बनाए गए।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने वृद्ध, विधवा और दिव्यांग पेंशनर्स का मौके पर भौतिक सत्यापन किया।
नशामुक्ति की शपथ दिलाकर समाज में सकारात्मक बदलाव की पहल को भी बल दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान इंडियन ऑयल की सीएसआर पहल की सराहना करते हुए श्री शेखावत ने कहा, “यह प्रयास कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जो सेवा और सामाजिक समावेश का संदेश देता है।”
उल्लेखनीय उपस्थिति:
शिविर में जीव-जंतु कल्याण बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जसवंत सिंह विश्नोई, जोधपुर शहर विधायक श्री अतुल भंसाली, आईओसीएल के कार्यकारी निदेशक श्री मनोज गुप्ता, उपमहापौर श्री किशन लड्डा सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
यह आयोजन समाज के वंचित वर्गों को साथ लेकर चलने, ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना को धरातल पर उतारने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम माना जा रहा है।