बैठक में मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), डॉ. भारती दीक्षित ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) को निर्देश दिए कि अभियान प्रारंभ होने से पहले अपने-अपने जिलों में कलेक्टर की अध्यक्षता में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, पंचायती राज व अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय बैठक कर पूरी तैयारी सुनिश्चित करें। उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वच्छ पेयजल, हाथ धोने की आदत और दस्त से बचाव के उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
डॉ. शुभमंगला का जनजागरूकता पर जोर
अतिरिक्त मिशन निदेशक डॉ. टी. शुभमंगला ने कहा कि स्टॉप डायरिया अभियान की सफलता जनजागरूकता पर निर्भर है। उन्होंने सभी माध्यमों — टीवी, रेडियो, पोस्टर, सोशल मीडिया आदि — के जरिए व्यापक प्रचार करने के निर्देश दिए।
ORS, जिंक टैबलेट और क्लोरीन की व्यवस्था सुनिश्चित
जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने निर्देश दिए कि आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से ओआरएस और जिंक की टैबलेट घर-घर वितरित की जाएं, और उनके सही उपयोग की जानकारी भी दी जाए। इसके अलावा, चिकित्सा संस्थानों में ORS-जिंक कॉर्नर स्थापित किए जाएं और पेयजल की शुद्धता के लिए क्लोरीन टेबलेट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
24 जून से 9 जुलाई तक अंत्योदय संबल पखवाड़ा
डॉ. शर्मा ने बताया कि 24 जून से 9 जुलाई तक पं. दीनदयाल अंत्योदय संबल पखवाड़ा के अंतर्गत विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में यूडीआईडी कार्ड लंबित लाभार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, गैर-संचारी रोगों की जांच (बीपी, डायबिटीज), गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, टीबी स्क्रीनिंग व अन्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
योग दिवस, टीबी मुक्ति व अन्य योजनाओं की भी समीक्षा
बैठक में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों की समीक्षा भी की गई। साथ ही मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना, टीबी मुक्त भारत अभियान, नेत्र वाउचर योजना तथा गैर-संचारी रोग कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
इस अवसर पर डॉ. मधु रितेश्वर, निदेशक RCH, सभी संयुक्त निदेशक, उपनिदेशक, CMHO, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी व अन्य अधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।