कृषि विभाग की अगुवाई में ग्राम पंचायत बस्सी झाझड़ा में ज़िला स्तरीय तथा ग्राम जोरपुरा में ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुए। इस दौरान बस्सी झाझड़ा में 20 कार्यों को स्वीकृति दी गई जिनमें फार्म पॉन्ड, पाइपलाइन और गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना शामिल रही, जबकि जोरपुरा में 9 कार्यों को हरी झंडी दी गई।
कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियों में शामिल थीं:
डीबीटी के माध्यम से किसानों को अनुदान राशि का वितरण
प्राकृतिक, जैविक और प्रीसिजन खेती पर कार्यशालाएँ
सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली की प्रदर्शनी
पौधारोपण की पूर्व तैयारियाँ एवं कम्पोस्टिंग तकनीक का प्रचार
किसान चौपाल और कृषि विज्ञान केंद्रों पर संगोष्ठियाँ
विभागीय डिग्गियों की सफाई और पुनरुद्धार
साथ ही, जयपुर जिले में नगर निगम हेरिटेज, नगर परिषद, जयपुर विकास प्राधिकरण, एवं राजस्थान हाउसिंग बोर्ड की भागीदारी से शहरी क्षेत्रों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें जल स्रोतों की सफाई, महापुरुषों की प्रतिमाओं की सफाई, प्लास्टिक कचरे का निस्तारण, और नो बैग डे जैसे जन-सरोकार के अभियान शामिल थे।
विशेष रूप से द्रव्यवती नदी, जिले की बावड़ियों और सार्वजनिक पार्कों की सफाई कर अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत नए कार्यादेश जारी किए गए। सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहयोग से वर्षा जल संचयन संरचनाओं की सफाई और रखरखाव भी किया गया।
इन सभी पहलों में विभागीय समन्वय के साथ जनभागीदारी की प्रभावशाली भूमिका देखने को मिली, जो पर्यावरणीय संतुलन, स्वच्छता एवं सतत विकास के लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।
कार्यक्रम में उपखंड अधिकारी जोबनेर डी. एस. चौहान, बीडीओ ताराचंद, संयुक्त निदेशक कृषि के.सी. मीणा, उप निदेशक बागवानी हरलाल बिजारणिया, सहायक निदेशक कृषि डॉ. सुरेश यादव, कृषि अधिकारी दिनेश कुमावत, सरपंच दिनेश निठरवाल, और प्रगतिशील किसान खेमाराम मेहरिया सहित सैकड़ों किसान एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे।