जल जीवन मिशन की समीक्षा, कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं
श्री मेघवाल ने बैठक में जल जीवन मिशन को लेकर कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता वाली फ्लैगशिप योजना है, जिसकी नियमित मॉनिटरिंग स्वयं प्रधानमंत्री करते हैं। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बीकानेर जिले में संचालित 170 लघु एवं 5 वृहद पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि हर घर नल से जल पहुंचाना सरकार की मंशा है, और इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
बिजली, सड़क और स्वास्थ्य पर फोकस
केंद्रीय मंत्री ने बिजली विभाग को आरडीएसएस योजना की निगरानी तेज करने के निर्देश दिए। मरूस्थलीय क्षेत्रों में आंधी-तूफान से क्षतिग्रस्त विद्युत पोलों को त्वरित दुरुस्त करने के लिए अतिरिक्त टीमें लगाने को कहा। साथ ही पीएम सूर्यघर योजना को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए जागरूकता शिविर आयोजित करने को कहा। गर्मी में जलते ट्रांसफार्मरों को तुरंत बदलने के निर्देश भी दिए।
सड़क नेटवर्क पर बोलते हुए उन्होंने बीकानेर को भारतमाला परियोजना से जोड़ने की प्रक्रिया में लंबित अवार्ड राशि मामलों को शीघ्र निपटाने का निर्देश दिया।
स्वच्छता, शिक्षा और सामाजिक योजनाओं पर भी सख्ती
श्री मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ हर पात्र को मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। अमृत योजना के तहत शहरी क्षेत्रों की सीवरेज और ड्रेनेज गेप को भरने की ठोस योजना बनाई जाए। बीकानेर की स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के लिए समन्वित प्रयासों की जरूरत बताई। पीएम फसल बीमा योजना के प्रचार के लिए भी किसानों तक शिविर के माध्यम से पहुंच बनाने पर ज़ोर दिया।
शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने पीएमश्री विद्यालयों की प्रगति की मॉनिटरिंग तेज करने, सामाजिक न्याय मंत्रालय की एडिप और वयोश्री योजना के अंतर्गत दिव्यांगों को उपकरण वितरित करने के निर्देश दिए।
पीसीपीएनडीटी एक्ट के सख्त क्रियान्वयन के निर्देश
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सामाजिक संतुलन के लिए बेटा-बेटी में भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई और उपखंड स्तर पर अवैध खनन के खिलाफ टीम भावना से कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही।
क्लाइमेट एक्शन प्लान और नाइट टूरिज्म की चर्चा
श्री मेघवाल ने जिले में कोल गैसिफिकेशन और गैसोनेट के ज़रिए गैस पाइपलाइन की संभावनाओं पर बात की। साथ ही जलवायु परिवर्तन की दिशा में जिले का क्लाइमेट एक्शन प्लान बनाने और नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने पर मंथन किया।
खाद्य मंत्री सुमित गोदारा का फोकस—स्वास्थ्य, सफाई और स्कूलों की सुविधाएं
राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने बैठक में पीबीएम अस्पताल की ओपीडी रिपोर्ट मांगी और जयपुर की तर्ज पर मेडिसिन आउटडोर शुरू करने का सुझाव दिया। उन्होंने कैंसर रिसर्च सेंटर के संचालन को और प्रभावी बनाने और पिंक टॉयलेट्स की स्थिति की समीक्षा करने को कहा।
दुकानदारों को सड़क पर कचरा नहीं फेंकने के लिए प्रेरित करने और पीएमश्री स्कूलों में आवेदन फॉर्मेट उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए। स्वास्थ्य विभाग को एएनएम को प्रसव संबंधी प्रशिक्षण देने और संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए।
खाद्य सुरक्षा में ऐतिहासिक उपलब्धि
श्री गोदारा ने बताया कि जिले में 1 लाख 6 हजार नए लाभार्थियों को खाद्य सुरक्षा योजना से जोड़ा गया है, जबकि 86 हजार से अधिक लोगों ने स्वेच्छा से लाभ छोड़ा है। उन्होंने बताया कि कुल 21 लाख 35 हजार 60 लोग एनएफएसए से जुड़ चुके हैं।
विधायकों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, नोखा विधायक श्रीमती सुशीला डूडी, जिला प्रमुख श्री मोडाराम, जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सागर सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।