निरीक्षण के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि निदेशालय के अधिकारी और कर्मचारी राज्य भर के शिक्षकों व शिक्षा कार्मिकों की समस्याओं का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने कार्यप्रणाली में संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री देवनानी ने शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए नवाचारों को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने सुझाव दिया कि मेधावी छात्रों को विधानसभा का शैक्षणिक भ्रमण कराया जाए ताकि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नजदीक से समझ सकें। इसके लिए निदेशालय स्तर पर नियोजित कार्यक्रम बनाए जाने की बात कही।
अध्यक्ष ने विधानसभा में संचालित यूथ पार्लियामेंट जैसी गतिविधियों को विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत बताया और ऐसे नवाचारों को आगे बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने जिलों में युवाओं के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त वाचनालयों की स्थापना का भी सुझाव दिया ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को बेहतर माहौल मिल सके।
इससे पहले श्री देवनानी ने निदेशालय स्थित समाधान कक्ष का भी अवलोकन किया। माध्यमिक शिक्षा निदेशक श्री आशीष मोदी ने समाधान कक्ष की कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए बताया कि इससे प्राप्त शिकायतों के त्वरित और प्रभावी निस्तारण में उल्लेखनीय सुधार आया है।
विधानसभा अध्यक्ष ने निदेशालय परिसर में संचालित शिशु पालना गृह (क्रेच) का भी दौरा किया और वहां की व्यवस्थाओं की सराहना की। इस अवसर पर विभिन्न कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया।